रांचीः आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल लगातार दूसरे दिन ईडी दफ्तर पहुंची है. पूजा सिंघल के साथ ईडी के अधिकारियों ने दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू करते हुए पूछताछ भी शुरू कर दी है. आज पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे हैं. पूजा सिंघल बुधवार की सुबह 10:30 पर अकेले ही ईडी दफ्तर पहुंची. मंगलवार को पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा से ईडी के अधिकारियों ने 9 घंटे तक पूछताछ की थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि आज भी पूछताछ लंबी चलेगी. वहीं दूसरी तरफ ईडी की रिमांड पर आये सीए सुमन से भी पूछताछ जारी है.
अब तक आरोपों से इंकार करती रहीं है पूजाः मंगलवार को पूछताछ के दौरान पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाले में अपनी संलिप्तता से सीधे सीधे इंकार कर दिया था. पूजा सिंघल ने ईडी के अफसरों को बताया था कि उन्होंने कभी रामविनोद सिन्हा या किसी दूसरे अधिकारी से पैसे नहीं लिए. पूजा सिंघल के अनुसार मनरेगा मामले में उनके खिलाफ प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी को विभागीय जांच पदाधिकारी बनाया गया था. लंबे समय तक चले जांच के दौरान उनसे पक्ष भी पूछा गया था, तब एक एक विषय पर उन्होंने जांच कमेटी को जवाब दिया था. उनके जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही उन्हें विभागीय जांच में तत्कालीन सरकार ने क्लीनचिट दी थी. हालांकि ईडी अभी जांच कर रही है कि आखिरकार किन वजहों से पूजा सिंघल को क्लीन चिट दी गई थी, जबकि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत थे.
आईएएस पूजा सिंघल पहुंची ईडी दफ्तर, दूसरे दिन भी पूछताछ जारी
आईएएस पूजा सिंघल से आज फिर ईडी पूछताछ कर रही है. पूछताछ ईडी के दफ्तर में हो रही है. आज वो अकेले ईडी दफ्तर पहुंची हैं.
रांचीः आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल लगातार दूसरे दिन ईडी दफ्तर पहुंची है. पूजा सिंघल के साथ ईडी के अधिकारियों ने दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू करते हुए पूछताछ भी शुरू कर दी है. आज पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे हैं. पूजा सिंघल बुधवार की सुबह 10:30 पर अकेले ही ईडी दफ्तर पहुंची. मंगलवार को पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा से ईडी के अधिकारियों ने 9 घंटे तक पूछताछ की थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि आज भी पूछताछ लंबी चलेगी. वहीं दूसरी तरफ ईडी की रिमांड पर आये सीए सुमन से भी पूछताछ जारी है.
अब तक आरोपों से इंकार करती रहीं है पूजाः मंगलवार को पूछताछ के दौरान पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाले में अपनी संलिप्तता से सीधे सीधे इंकार कर दिया था. पूजा सिंघल ने ईडी के अफसरों को बताया था कि उन्होंने कभी रामविनोद सिन्हा या किसी दूसरे अधिकारी से पैसे नहीं लिए. पूजा सिंघल के अनुसार मनरेगा मामले में उनके खिलाफ प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी को विभागीय जांच पदाधिकारी बनाया गया था. लंबे समय तक चले जांच के दौरान उनसे पक्ष भी पूछा गया था, तब एक एक विषय पर उन्होंने जांच कमेटी को जवाब दिया था. उनके जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही उन्हें विभागीय जांच में तत्कालीन सरकार ने क्लीनचिट दी थी. हालांकि ईडी अभी जांच कर रही है कि आखिरकार किन वजहों से पूजा सिंघल को क्लीन चिट दी गई थी, जबकि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत थे.