रांची: राजधानी में मास्टर प्लान में इनर सर्कुलर रिंग रोड का प्रस्ताव रखा गया था. इसको लेकर अगस्त महीने में आम लोगों से आपत्ति और सुझाव मांगे थे, लेकिन कोविड-19 की वजह से कई लोग आपत्ति और सुझाव नहीं दर्ज करा पाए थे. उन्होंने समय बढ़ाने का रिक्वेस्ट किया था. ऐसे में रांची नगर निगम ने ड्राफ्ट तैयार किया है. इसके साथ ही आपत्ति और सुझाव की तिथि बढ़ाते हुए 31 दिसंबर तक निर्धारित की गई है. निर्धारित तिथि के बाद आपत्ति और सुझाव स्वीकार नहीं किया जाएंगे.
दरअसल, मास्टर प्लान के आधार पर जोनल डेवलपमेंट प्लान का ड्राफ्ट नगर निगम के द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें रांची को 7 जोन में बांटा गया है और शहर के अंदर रिंग रोड बनाने की बात कही गई है. इसके लिए जगह भी चिन्हित किया गया है, जिसमें शहर के विकास के लिए भूमि का भी इस्तेमाल किया जाना है. ऐसे में बढ़ती आबादी और ट्रैफिक व्यस्तता को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2037 को ध्यान में रखते हुए ड्राफ्ट में अनुमानित आबादी के आधार पर जमीन के इस्तेमाल का निर्धारण किया गया है.
रांची नगर निगम के वेबसाइट पर प्लान का ड्राफ्ट उपलब्ध कराया गया है, जहां पर आपत्ति और सुझाव 31 दिसंबर तक दिया जा सकता है. कोई व्यक्ति जमीन के निर्धारित इस्तेमाल पर आपत्ति होने पर नगर निगम आयुक्त को आवेदन दे सकते हैं. वहीं, नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा है कि निर्धारित तिथि के बाद किसी तरह की आपत्ति और सुझाव स्वीकार नहीं किए जाएंगे. आपत्ति और सुझाव मिलने के बाद नगर निगम स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक कर समस्याओं को दूर करते हुए प्लान को अंतिम स्वीकृति देगी.
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बता दें कि वर्ष 2009 में ही शहर में इनर सर्कुलर रिंग रोड बनाने की योजना बनाई गई थी. मास्टर प्लान में भी इनर सर्कुलर रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव था. हालांकि, जमीन उपलब्ध नहीं होने की वजह से इस पर काम शुरू नहीं किया जा सका. अब एक बार फिर से इस पर काम शुरू किया गया है.