लोहरदगा: झारखंड में स्थानीय नीति (मूल निवासी) तय करने का मुद्दा गरमाया हुआ है. स्थानीयता के मुद्दे को लेकर राजनीति खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही. स्थानीय नीति पर हर दूसरे दिन राज्य के मंत्रियों का बयान आना जारी है. वहीं लोहरदगा के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे डॉ. रामेश्वर उरांव (Dr Rameshwar Oraon) ने भी स्थानीयता के मुद्दे पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि स्थानीयता का अर्थ अपना अधिकार है.
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स्थानीयता का अर्थ यहां के लोगों की भलाई से जुड़ा: उन्होंने कहा कि स्थानीयता का अर्थ सिर्फ नियोजन नहीं होता है. स्थानीयता को सिर्फ चतुर्थवर्गीय नौकरियों में आरक्षण के लिए परिभाषित करना सही नहीं है. बल्कि इसका अर्थ यहां की अर्थव्यवस्था पर लोगों का अधिकार (Right Of People On Economy) है. स्थानीयता का अर्थ यहां के लोगों की भलाई से जुड़ा है. वहीं राज्य के खद्दानों में बाहरी लोगों के काम करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर क्यों यहां के खदानों में बाहरी लोग आकर उत्खनन और परिवहन का काम करते हैं. यहां के लोगों को यह काम क्यों नहीं मिल रहा है. स्थानीयता के मुद्दे पर कहीं कोई राजनीति नहीं हो रही.