नई दिल्ली: आईपीएस अधिकारी रहे डॉ. अजय कुमार ने आम आदमी पार्टी से पहले कांग्रेस पार्टी में एक लंबी सियासी पारी खेली है. वे झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे और बीते साल ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए.
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के पीछे की सोच, वर्तमान समय में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की स्थिति और नेता के तौर पर अपने आगामी सियासी सफर से जुड़े कई सवालों का डॉ. अजय कुमार में बेहद साफगोई से जवाब दिया.
मेनिफेस्टो बनाने की जिम्मेदारीआम आदमी पार्टी ने डॉ अजय कुमार को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. वे अभी उस तीन सदस्यीय मेनिफेस्टो कमेटी के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जो आम आदमी पार्टी का मेनिफेस्टो तैयार कर रही है. मेनिफेस्टो को लेकर भी उन्होंने कई बातें बताई. उन्होंने कहा कि शिक्षा, पर्यावरण, भाषा संस्कृति, महिला सुरक्षा जैसे कई मुद्दों को इस बार आम आदमी पार्टी अपने मेनिफेस्टो में प्रमुखता से शामिल कर रही है.
दोहराएंगे 2015 का इतिहास
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के पीछे के कारणों को लेकर उनका कहना था कि आईडेंटिटी पॉलिटिक्स से दूर सुचिता की राजनीति के लिए उन्हें आम आदमी पार्टी मुफीद लगी, इसीलिए आम आदमी पार्टी में शामिल हुए. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में दिल्ली में आम आदमी पार्टी के आसपास भी भाजपा या कांग्रेस दिखाई नहीं दे रही और आम आदमी पार्टी फिर से 2015 का सियासी इतिहास दोहराने जा रही है.
झारखंड में अगली सरकार AAP की
डॉ. अजय कुमार का एक लंबा सियासी सफर झारखंड से जुड़ा रहा है. यह सवाल करने पर कि दिल्ली के बाद फिर क्या? डॉ अजय कुमार का कहना था कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की फिर से कामयाबी के बाद वे झारखंड का रुख करेंगे और पूरे 5 साल झारखंड में पदयात्रा करेंगे. उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में झारखंड में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाकर दिखाएंगे.