रांचीः झारखंड हाई कोर्ट के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने 16 मार्च से 20 मार्च तक पांच दिवसीय विशेष मध्यस्थता अभियान की शुरुआत की. जिसमें पारिवारिक और घरेलू विवाद की वजह से रिश्ते में आई दरार को भरने का काम किया गया.
ये भी पढ़ें-हाई स्कूल नियुक्ति मामले में मंगलवार को HC में आ सकता है फैसला, 11 जिलों को अनारक्षित रखने का है मामला
मामले पर जानकारी देते हुए डीएलएसए के सचिव अभिषेक कुमार ने बताया कि विशेष मध्यस्थता शिविर का आयोजन हाई कोर्ट के निर्देश पर किया गया है. जिसमें ऐसे 10 मामलों का निष्पादन किया गया जो एसेट के तौर पर जाना जाएगा. उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश ही रहती है कि रिश्तों में आई दरार और बिखरते रिश्ते को टूटने न दें, बल्कि रिश्ते में और मजबूती दी जा सके ताकि लोग खुशहाली की जिंदगी जी सकें.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रयासों का नतीजा है कि रिश्ते में आई दरार को बढ़ने नहीं दिया गया और वापस दंपती को एक नई जिंदगी दी गई. दोनों पति-पत्नी पिछले डेढ़ सालों से अलग रहते थे और उन्होंने तलाक के लिए कोर्ट में पिटीशन भी दाखिल की थी.