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झारखंड राजद में घमासान, जल्द पार्टी छोड़ेंगे राजेश यादव, 40 सालों से लालू के थे करीबी - अभय कुमार सिंह

झारखंड राजद के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव भी पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजेश यादव भी भाजपा का दामन थामने की तैयारी में हैं. इसको लेकर उनकी तरफ से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है.

लालू यादव (फाइल फोटो)
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Published : Jun 10, 2019, 4:58 PM IST

Updated : Jun 10, 2019, 5:35 PM IST

रांची: झारखंड राजद में घमासान मचा हुआ है. अन्नपूर्णा देवी और गिरिनाथ सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद ईटीवी भारत को विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड राजद के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव भी पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं. वह बहुत जल्द इसकी घोषणा भी करेंगे.

पुराने नेता और कार्यकर्ता आहत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजेश यादव भी भाजपा का दामन थामने की तैयारी में हैं. इसको लेकर उनकी तरफ से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जानकारी के मुताबिक जितनी जल्दबाजी में युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रहे अभय कुमार सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, उसको लेकर पार्टी के तमाम पुराने नेता और कार्यकर्ता आहत हैं.

राजेश यादव ने पार्टी छोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है
इसी को आधार बनाकर राजेश यादव ने पार्टी छोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है. चर्चा इस बात की है कि राजद के जो भी पुराने नेता अन्नपूर्णा देवी के नजदीकी थे वह सभी धीरे- धीरे झारखंड राजद को छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें- झारखंड राजद के नए अध्यक्ष बने अभय कुमार सिंह, पटना में हुई ताजपोशी

राजनीति में कोई बड़ा वजूद नहीं
खास बात है कि जिस अभय सिंह को झारखंड राजद की कमान सौंपी गई है, उनका राजनीति में कोई बड़ा वजूद नहीं रहा है. चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद के जेल में जाने और रिम्स में इलाज के लिए भर्ती होने के बाद से ही अभय कुमार सिंह उनकी सेवा में लगे रहे हैं. लिहाजा इस ताजपोशी के पीछे पार्टी सुप्रीमो की सेवा को बड़ा कारण माना जा रहा है.

रांची: झारखंड राजद में घमासान मचा हुआ है. अन्नपूर्णा देवी और गिरिनाथ सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद ईटीवी भारत को विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड राजद के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव भी पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं. वह बहुत जल्द इसकी घोषणा भी करेंगे.

पुराने नेता और कार्यकर्ता आहत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजेश यादव भी भाजपा का दामन थामने की तैयारी में हैं. इसको लेकर उनकी तरफ से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जानकारी के मुताबिक जितनी जल्दबाजी में युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रहे अभय कुमार सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, उसको लेकर पार्टी के तमाम पुराने नेता और कार्यकर्ता आहत हैं.

राजेश यादव ने पार्टी छोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है
इसी को आधार बनाकर राजेश यादव ने पार्टी छोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है. चर्चा इस बात की है कि राजद के जो भी पुराने नेता अन्नपूर्णा देवी के नजदीकी थे वह सभी धीरे- धीरे झारखंड राजद को छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें- झारखंड राजद के नए अध्यक्ष बने अभय कुमार सिंह, पटना में हुई ताजपोशी

राजनीति में कोई बड़ा वजूद नहीं
खास बात है कि जिस अभय सिंह को झारखंड राजद की कमान सौंपी गई है, उनका राजनीति में कोई बड़ा वजूद नहीं रहा है. चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद के जेल में जाने और रिम्स में इलाज के लिए भर्ती होने के बाद से ही अभय कुमार सिंह उनकी सेवा में लगे रहे हैं. लिहाजा इस ताजपोशी के पीछे पार्टी सुप्रीमो की सेवा को बड़ा कारण माना जा रहा है.

Intro:झारखंड राजद में घमासान, जल्द पार्टी छोड़ेंगे राजेश यादव, 40 सालों से लालू के थे करीबी


रांची


झारखंड राजद में घमासान मचा हुआ है। अन्नपूर्णा देवी और गिरिनाथ सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद ईटीवी भारत को विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड राजद के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव भी पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं। वह बहुत जल्द इसकी घोषणा भी करेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजेश यादव भी भाजपा का दामन थामने की तैयारी में है। इसको लेकर उनकी तरफ से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक जितनी जल्दबाजी में युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रहे अभय कुमार सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया उसको लेकर पार्टी के तमाम पुराने नेता और कार्यकर्ता आहत हैं। इसी को आधार बनाकर राजेश यादव ने पार्टी छोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है। चर्चा इस बात की है कि राजद के जो भी पुराने नेता अन्नपूर्णा देवी के नजदीकी थे वह सभी धीरे धीरे झारखंड राजद को छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे। खास बात है कि जिस अभय सिंह को झारखंड राजद की कमान सौंपी गई है उनका राजनीति में कोई बड़ा वजूद नहीं रहा है। चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद के जेल में जाने और रिम्स में इलाज के लिए भर्ती होने के बाद से ही अभय कुमार सिंह उनकी सेवा में लगे रहे हैं। लिहाजा इस ताजपोशी के पीछे पार्टी सुप्रीमो की सेवा को बड़ा कारण माना जा रहा है।Body:नोConclusion:नो
Last Updated : Jun 10, 2019, 5:35 PM IST
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