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प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा जोरों पर, जनता से किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम कर रही हैं पार्टी: कांग्रेस

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Published : Jan 14, 2020, 2:31 PM IST

रांची में प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा होनी शुरू हो गई है. रामेश्वर उरांव का हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री बनते ही उन पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई है. इसे लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे और डॉ एम तौसीफ ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व में फिलहाल कोई चर्चा नहीं हो रही है.

Jharkhand Pradesh Congress Committee
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव नई सरकार के गठन के बाद दो जिम्मेदारी उठा रहे हैं. एक प्रदेश अध्यक्ष तो दूसरा सरकार में मंत्री का. ऐसे में इस बात पर चर्चा हो रही है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व रामेश्वर उरांव के दोनों पदों को लेकर क्या निर्णय लिया जाएगा. हालांकि सबकी नजर इस बात पर है कि रामेश्वर उरांव दोनों पदों में रहेंगे या पार्टी को कोई नया अध्यक्ष मिलेगा.

देखें पूरी खबर

झारखंड कांग्रेस की राजनीति में प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर चर्चा होनी शुरू हो गई है क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव का हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री बनते ही उन पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई है. कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद की परंपरा भी रही है. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व को निर्णय लेना है. हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि वर्तमान में जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कार्य करने की जरूरत है. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व में फिलहाल कोई चर्चा नहीं हो रही है.

ये भी देखें- आज होगी 'रायसीना डायलॉग' की शुरुआत, सात देशों के राष्ट्र प्रमुख होंगे शामिल

अगर मध्य प्रदेश की बात करें तो वहां कमलनाथ मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों की जिम्मेदारी उठाए हुए हैं. बावजूद इसके झारखंड कांग्रेस में चर्चा तेज हो गई है कि वर्तमान अध्यक्ष हटते हैं तो किसको जवाबदेही मिलेगी. इन चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने कहा है कि फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव को लेकर कोई चर्चा नहीं है. अभी कांग्रेस ने जो जनता से वादे किए हैं, उसे पूरा करने के लिए काम किए जा रहे हैं.

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव नई सरकार के गठन के बाद दो जिम्मेदारी उठा रहे हैं. एक प्रदेश अध्यक्ष तो दूसरा सरकार में मंत्री का. ऐसे में इस बात पर चर्चा हो रही है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व रामेश्वर उरांव के दोनों पदों को लेकर क्या निर्णय लिया जाएगा. हालांकि सबकी नजर इस बात पर है कि रामेश्वर उरांव दोनों पदों में रहेंगे या पार्टी को कोई नया अध्यक्ष मिलेगा.

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झारखंड कांग्रेस की राजनीति में प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर चर्चा होनी शुरू हो गई है क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव का हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री बनते ही उन पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई है. कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद की परंपरा भी रही है. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व को निर्णय लेना है. हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि वर्तमान में जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कार्य करने की जरूरत है. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व में फिलहाल कोई चर्चा नहीं हो रही है.

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अगर मध्य प्रदेश की बात करें तो वहां कमलनाथ मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों की जिम्मेदारी उठाए हुए हैं. बावजूद इसके झारखंड कांग्रेस में चर्चा तेज हो गई है कि वर्तमान अध्यक्ष हटते हैं तो किसको जवाबदेही मिलेगी. इन चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने कहा है कि फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव को लेकर कोई चर्चा नहीं है. अभी कांग्रेस ने जो जनता से वादे किए हैं, उसे पूरा करने के लिए काम किए जा रहे हैं.

Intro:रांची.झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव नई सरकार के गठन के बाद दो जिम्मेदारी उठा रहे हैं। एक प्रदेश अध्यक्ष तो दूसरा सरकार में मंत्री का। ऐसे में इस बात पर चर्चा हो रही है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व रामेश्वर उरांव के दोनों पदों को लेकर क्या निर्णय लेगा। हालांकि सबकी नजर इस बात पर है कि रामेश्वर उरांव दोनों पदों में रहेंगे या पार्टी को कोई नया अध्यक्ष मिलेगा।


Body:झारखंड कांग्रेस की राजनीति में प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर चर्चा होनी शुरू हो गई है। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव का हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री बनते ही उन पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई है। कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद की परंपरा भी रही है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व को निर्णय लेना है। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि वर्तमान में जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कार्य करने की जरूरत है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के मसले पर केंद्रीय नेतृत्व में फिलहाल कोई चर्चा नहीं हो रही है।


Conclusion:वहीं अगर मध्य प्रदेश की बात करें तो वहां कमलनाथ मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों की जिम्मेदारी उठाए हुए हैं। बावजूद इसके झारखंड कांग्रेस में चर्चा तेज हो गई है कि अगर वर्तमान अध्यक्ष हटते हैं तो किसको जवाबदेही मिलेगी। इन चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने कहा है कि फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव को लेकर कोई चर्चा नहीं है। अभी कांग्रेस ने जो जनता से वादे किए हैं। उसे पूरा करने के लिए काम किए जा रहे हैं।
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