रांची: नई शिक्षा नीति को लेकर राधा गोविंद यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में राजधानी रांची में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज जस्टिस आरके मेरठिया भी शामिल हुए. इसके साथ ही कई शिक्षाविद भी इस मौके पर पहुंचे. सभी ने शिक्षा नीति के तमाम पहलुओं पर चर्चा की और खासियतें बताईं.
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राजधानी रांची के सेंट्रल लाइब्रेरी के सभागार में आयोजित सेमिनार में शिक्षाविदों ने एक-दूसरे के साथ अपने विचार साझा किए. इसके साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जो प्रावधान हैं, और उसकी जो खूबियां हैं. उनको लोगों के सामने रखीं.
शिक्षा नीति को भारत के लिए बताया बेहतर
इस मौके पर डीएसपीएमयू के कुलपति एसएन मुंडा, रांची विश्वविद्यालय की प्रभारी कुलपति डॉ. कामिनी कुमार, राय यूनिवर्सिटी की कुलपति सविता सेंगर के साथ-साथ रिम्स के निदेशक भी शामिल हुए. इस मौके पर वक्ताओं ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पहलुओं की जानकारी विद्यार्थियों को दी और वक्ताओं ने इस शिक्षा नीति को भारत के लिए बेहतर बताया.
कोविड के प्रभाव की भी चर्चा
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं. केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न राज्य सरकारों से भी यह कहा गया है कि इस नीति को लेकर कोई भ्रम नहीं है. जहां भी असमंजस की स्थिति है, उसे लेकर खुलकर चर्चाएं करें. इसी कड़ी में राधा गोविंद यूनिवर्सिटी की ओर से इस सेमिनार का आयोजन किया गया था. इस दौरान नई शिक्षा नीति पर कोविड-19 के इफेक्ट पर भी चर्चा हुई.