रांची: शहर के बड़ा तालाब में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा जलकुंभी के पौधों से घिरी हुई है. बड़ा तलाब के सौंदर्यीकरण का बीड़ा पिछली रघुवर सरकार ने उठाया था. लेकिन अब तक सौंदर्यीकरण का काम पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में कहीं ना कहीं बड़ा तालाब में गंदगी फैली हुई है और इससे एक महापुरुष की प्रतिमा का अपमान हो रहा है. नगर निगम की तरफ से महज 10 मजदूरों के भरोसे सफाई अभियान चलाया जा रहा है.
सौंदर्यीकरण का काम नहीं हो रहा पूरा
रांची के बड़ा तालाब में फैले जलकुंभी के पौधों को हटाने और तालाब के सौंदर्यीकरण का काम लगातार चल रहा है लेकिन अब तक ना ही सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो सका है और ना ही जलकुंभी को पूरी तरह से हटाया जा सका है. इसको लेकर रांची सांसद संजय सेठ कई बार बड़ा तालाब का निरीक्षण कर जल्द सौंदर्यीकरण का काम पूरा करने का निर्देश भी दे चुके हैं लेकिन ना ही पिछली बीजेपी सरकार में इस ओर कोई विशेष ध्यान दिया गया और न ही अब की सरकार में कोई पहल की गई है. हर दिन नगर निगम की ओर से 10 सफाईकर्मियों की तरफ से जलकुंभी हटाने का काम किया जा रहा है.
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सफाई के लिए किया जाएगा ब्लूप्रिंट तैयार
इसे लेकर डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि वर्तमान में अस्थाई रूप से बड़ा तालाब की सफाई का काम चल रहा है. हालांकि सफाई व्यवस्था इसके भरोसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बड़ा तालाब की सफाई को लेकर नगर आयुक्त से भी बात हुई है. उन्होंने एक सप्ताह के अंदर सफाई के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करने की बात कही है ताकि बड़ा तलाब से जलकुंभी को हटाया जा सके. उन्होंने कहा कि यह रांची झील के नाम से जाना जाता था. वह आगे भी जाना जाता रहे और बड़ा तलाब पर लोग गर्व कर सकें इस ओर कदम बढ़ाया जा रहा है.