ETV Bharat / city

मानव और कोयला तस्करी पर डीजीपी गंभीर, समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिया टास्क

author img

By

Published : Jan 20, 2020, 11:42 PM IST

Updated : Jan 20, 2020, 11:52 PM IST

झारखंड में अफीम की खेती, मानव और कोयला तस्करी करने वालों के खिलाफ बड़ी करवाई की तैयारी है. पुलिस मुख्यालय में सोमवार को डीजीपी कमलनयन चौबे ने अधिकारियों के साथ बैठक की. डीजीपी के साथ बैठक में झारखंड पुलिस के विशेष शाखा और सीआईडी एडीजी, मुख्यालय के अभियान एडीजी समेत अन्य अधिकारी शामिल थे.

crime in jharkhand
डीजीपी की बैठक

रांची: झारखंड में अफीम की खेती, मानव और कोयला तस्करी करने वालों के खिलाफ बड़ी करवाई की तैयारी है. पुलिस मुख्यालय में सोमवार को डीजीपी कमलनयन चौबे ने अफीम की खेती, कोयला तस्करी और उसके जुड़ी विधि व्यववस्था और मानव तस्करी के पहलूओं पर संबंधित जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर इन मामलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

देखें पूरी खबर

अफीम की खेती हर हाल में रूके
डीजीपी के साथ बैठक में झारखंड पुलिस के विशेष शाखा और सीआईडी एडीजी, मुख्यालय के अभियान एडीजी समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. बैठक के दौरान एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा ने अफीम की खेती से प्रभावित जिलों के डीआईजी और एसपी को निर्देश दिया कि वह अपने अपने कार्यक्षेत्र के हर जिलों में उन क्षेत्रों को चिन्हत करें, जहां अफीम की खेती होती है. अफीम की खेती प्रभावित इलाकों को चिन्हित करने के बाद, खेती कराने वालों, तस्करों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज करें. बैठक के दौरान वर्तमान में भी अफीम तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई और बीते साल हुई कार्रवाई की जानकारी जिलों के एसपी से ली गई.

हर थाने में एक स्पेशल अफसर
डीजीपी कमलनयन चौबे ने बताया कि राज्य में मानव तस्करी की समस्या पर लगाम लगाने के लिए चार बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. राज्य में हर थाने में मानव तस्करी के मामलों की जांच के लिए नए बहाल हुए दरोगा को जिम्मेदारी दी जाएगी. वह मानव तस्करी रोकने के लिए डेडिकेटेट अफसर के तौर पर काम करेंगे. मानव तस्करी की शिकायत आने के बाद वह मामले को जांचेंगे. दूसरी बड़ी पहल राज्य में मानव तस्करी के बड़े किंगपिन को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की है. डीजीपी ने बताया कि पन्नालाल समेत बड़े तस्करों की संपत्ति की जानकारी जूटाकर इसकी जब्ती प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जरिए करायी जाएगी.

गायब लड़कियों की सूची बनेगी
डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह जिले के डीसी से मदद लेकर हर गांव के जनप्रतिनिधि मसलन मुखिया, पंचायत प्रतिनिधि बगैरह से बात कर पता लगाएं कि उनके गांव से कितनी लड़कियां गायब हैं. जनप्रतिनिधियों से मिली सूचनाओं के आधार पर गांवों से गायब हुई लड़कियों की सूची बनाकर उनकी तलाश की जाएगी. वहीं, मानव तस्करी को आर्थिक-समाजिक समस्या मानते हुए पुलिस डीसी के अधीन के विंग से भी जागरूकता और तस्करी रोकने के कार्यक्रमों की जानकारी लेगी.

ये भी पढे़ं: 43 दिन से लापता पारा शिक्षक का जंगल से मिला शव, जांच में जुटी पुलिस
कोयला तस्करी के सारे मामले में समीक्षा
बैठक के दौरान एडीजी अभियान समेत अन्य अधिकारियों ने कोयला तस्करी रोकने को लेकर भी धनबाद, चतरा, हजारीबाग के एसपी को विशेष निर्देश दिया. आउट सोर्सिंग कंपनियों से रंगदारी मांगने वाले गिरोहों पर शिकंजा कसने की रणनीति पर भी बैठक में चर्चा की गई. अवैध कोयला तस्करी और कोयला से जुड़े कांडों की भी समीक्षा की गई.

रांची: झारखंड में अफीम की खेती, मानव और कोयला तस्करी करने वालों के खिलाफ बड़ी करवाई की तैयारी है. पुलिस मुख्यालय में सोमवार को डीजीपी कमलनयन चौबे ने अफीम की खेती, कोयला तस्करी और उसके जुड़ी विधि व्यववस्था और मानव तस्करी के पहलूओं पर संबंधित जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर इन मामलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

देखें पूरी खबर

अफीम की खेती हर हाल में रूके
डीजीपी के साथ बैठक में झारखंड पुलिस के विशेष शाखा और सीआईडी एडीजी, मुख्यालय के अभियान एडीजी समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. बैठक के दौरान एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा ने अफीम की खेती से प्रभावित जिलों के डीआईजी और एसपी को निर्देश दिया कि वह अपने अपने कार्यक्षेत्र के हर जिलों में उन क्षेत्रों को चिन्हत करें, जहां अफीम की खेती होती है. अफीम की खेती प्रभावित इलाकों को चिन्हित करने के बाद, खेती कराने वालों, तस्करों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज करें. बैठक के दौरान वर्तमान में भी अफीम तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई और बीते साल हुई कार्रवाई की जानकारी जिलों के एसपी से ली गई.

हर थाने में एक स्पेशल अफसर
डीजीपी कमलनयन चौबे ने बताया कि राज्य में मानव तस्करी की समस्या पर लगाम लगाने के लिए चार बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. राज्य में हर थाने में मानव तस्करी के मामलों की जांच के लिए नए बहाल हुए दरोगा को जिम्मेदारी दी जाएगी. वह मानव तस्करी रोकने के लिए डेडिकेटेट अफसर के तौर पर काम करेंगे. मानव तस्करी की शिकायत आने के बाद वह मामले को जांचेंगे. दूसरी बड़ी पहल राज्य में मानव तस्करी के बड़े किंगपिन को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की है. डीजीपी ने बताया कि पन्नालाल समेत बड़े तस्करों की संपत्ति की जानकारी जूटाकर इसकी जब्ती प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जरिए करायी जाएगी.

गायब लड़कियों की सूची बनेगी
डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह जिले के डीसी से मदद लेकर हर गांव के जनप्रतिनिधि मसलन मुखिया, पंचायत प्रतिनिधि बगैरह से बात कर पता लगाएं कि उनके गांव से कितनी लड़कियां गायब हैं. जनप्रतिनिधियों से मिली सूचनाओं के आधार पर गांवों से गायब हुई लड़कियों की सूची बनाकर उनकी तलाश की जाएगी. वहीं, मानव तस्करी को आर्थिक-समाजिक समस्या मानते हुए पुलिस डीसी के अधीन के विंग से भी जागरूकता और तस्करी रोकने के कार्यक्रमों की जानकारी लेगी.

ये भी पढे़ं: 43 दिन से लापता पारा शिक्षक का जंगल से मिला शव, जांच में जुटी पुलिस
कोयला तस्करी के सारे मामले में समीक्षा
बैठक के दौरान एडीजी अभियान समेत अन्य अधिकारियों ने कोयला तस्करी रोकने को लेकर भी धनबाद, चतरा, हजारीबाग के एसपी को विशेष निर्देश दिया. आउट सोर्सिंग कंपनियों से रंगदारी मांगने वाले गिरोहों पर शिकंजा कसने की रणनीति पर भी बैठक में चर्चा की गई. अवैध कोयला तस्करी और कोयला से जुड़े कांडों की भी समीक्षा की गई.

Intro:अफीम की खेती, मानव तस्करी रोकने और कोयला तस्करी पर डीजीपी गंभीर ,समीक्षा बैठक में अधिकारियो को मिला टास्क


रांची।
झारखंड में अफीम की खेती ,मानव और कोयला तस्करी करने वालो के खिलाफ बड़ी करवाई की तैयारी है।पुलिस मुख्यालय में सोमवार को डीजीपी कमलनयन चौबे ने अफीम की खेती, कोयला तस्करी और उसके जुड़ी विधि व्यववस्था और मानव तस्करी के पहलूओं पर संबंधित जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग कर इन मामलों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने का निर्देश दिया।


अफीम की खेती हर हाल में रुके

डीजीपी के साथ बैठक में झारखंड पुलिस के विशेष शाखा और सीआईडी एडीजी, मुख्यालय के अभियान एडीजी समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। बैठक के दौरान एडीजी अभियान  मुरारीलाल मीणा ने अफीम की खेती से प्रभावित जिलों के डीआईजी और एसपी को निर्देश दिया कि वह अपने अपने कार्यक्षेत्र के प्रत्येक जिलों में उन क्षेत्रों को चिन्हत करें, जहां अफीम की खेती होती है। अफीम की खेती प्रभावित इलाकों को चिन्हित करने के बाद, खेती कराने वालों, तस्करों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज करें।बैठक के दौरान वर्तमान में भी अफीम तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई व बीते साल हुई कार्रवाई की जानकारी जिलों के एसपी से ली गई।

मानव तस्करी रोकने के लिए हर थाने में होगा एक स्पेसल अफसर

डीजीपी कमलनयन चौबे ने बताया कि राज्य में मानव तस्करी की समस्या पर लगाम लगाने के लिए चार बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में हर थाने में मानव तस्करी के मामलों की जांच के लिए नए बहाल हुए दरोगा को जिम्मेदारी दी जाएगी। वह मानव तस्करी रोकने के लिए डेडिकेटेट अफसर के तौर पर काम करेंगे। मानव तस्करी की शिकायत आने के बाद वह मामले को जांचेंगे। दूसरी बड़ी पहल राज्य में मानव तस्करी के बड़े किंगपिन को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की है। डीजीपी ने बताया कि पन्नालाल समेत बड़े तस्करों की संपत्ति की जानकारी जूटाकर इसकी जब्ती प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) के जरिए करायी जाएगी।

जनप्रतिनिधियों की मदद से गायब लड़कियों की सूची बनेगी

डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह जिले के डीसी से मदद लेकर प्रत्येक गांव के जनप्रतिनिधि मसलन मुखिया, पंचायत प्रतिनिधि बगैरह से बात कर पता लगाएं कि उनके गांव से कितनी लड़कियां गायब हैं। जनप्रतिनिधियों से मिली सूचनाओं के आधार पर गांवों से गायब हुई लड़कियों की सूची बनाकर उनकी तलाश की जाएगी। वहीं मानव तस्करी को आर्थिक - समाजिक समस्या मानते हुए पुलिस डीसी के अधीन के विंग से भी जागरूकता व तस्करी रोकने के कार्यक्रमों की जानकारी लेगी।

कोयला तस्करी के सारे मामले में समीक्षा

बैठक के दौरान एडीजी अभियान समेत अन्य अधिकारियों ने कोयला तस्करी रोकने को लेकर भी धनबाद, चतरा, हजारीबाग के एसपी को विशेष निर्देश दिया। आउट सोर्सिंग कंपनियों से रंगदारी मांगने वाले गिरोहों पर शिकंजा कसने की रणनीति पर भी बैठक में चर्चा की गई। अवैध कोयला तस्करी व कोयला से जुड़े कांडों की भी समीक्षा की गई। Body:1Conclusion:2
Last Updated : Jan 20, 2020, 11:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.