ETV Bharat / city

कोरोना इफेक्टः रांची के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर में भी श्रद्धालु नहीं कर पाए पूजा, मायूस लौटे शिव भक्त

रांची के पहाड़ी मंदिर में भी इस साल कोरोना का प्रभाव देखने को मिला, जहां हर साल सावन के महीने में बाबा के दर्शन करने को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती थी. वहीं, इस साल मंदिर प्रांगण पूरी तरह सुनसान रहा. बता दें कि कोरोना के कारण मंदिर में पूजा-अर्चना का आयोजन नहीं किया गया.

Devotees could not perform puja in pahari mandir of Ranchi
पहाड़ी मंदिर
author img

By

Published : Jul 6, 2020, 10:59 AM IST

रांचीः कोरोना की बढ़ती समस्या अब भगवान के मंदिरों में भी लगातार देखने को मिल रही है. कोरोना के बढ़ते संकट का असर सावन की पहली सोमवारी में भी देखने को मिली. राजधानी रांची के सबसे बड़े और प्रसिद्ध पहाड़ी बाबा मंदिर में भी इस बार कोरोना के कारण पूजा-अर्चना का आयोजन नहीं किया गया. अमूमन सावन के महीने में रांची के पहाड़ी मंदिर में हजारों लोगों की भीड़ हुआ करती थी, लेकिन इस वर्ष मंदिर परिसर सुनसान दिखाई पड़ा.

देखें पूरी खबर

पहाड़ी बाबा मंदिर के पट पर जिला प्रशासन और मंदिर कमेटी की ओर से ताले लगा दिए गए हैं. मंदिर के कुछ पुजारी ही मंदिर के अंदर भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं, जिसका प्रसारण बाबाधाम के तर्ज पर ऑनलाइन किया जा रहा है. भक्तगण अब पहाड़ी बाबा का दर्शन ऑनलाइन माध्यम से कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें-सांसद प्रतिनिधि की हत्या के बाद भाजपाइयों में आक्रोश, कहा- अपराधियों को जल्दी करें गिरफ्तार

भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने मायूस होते हुए कहा कि हर वर्ष भगवान भोलेनाथ की पूजा करते थे तो मन को शांति प्राप्त होती थी, लेकिन इस बार कोरोना के कारण मंदिर के पट बंद हैं, जिस वजह से उन्हें संतुष्टि प्राप्त नहीं हो पायी.

पूजा सामग्री बेचने वाले दुकानदारों पर कोरोना का प्रकोप

वहीं, मंदिर के सामने दुकान चलाने वाले दुकानदारों ने बताया कि हर साल वे लोग सावन की सोमवारी में बेहतर कमाई करते हुए अपना जीवन-यापन किया करते थे, लेकिन इस साल उनकी कमाई तो नहीं हो पाई. इसके साथ ही उनकी पूंजी भी पूरी तरह से बेकार चली गयी.

इसके अलावा मंदिर के बाहर मांग कर खाने वाले लोगों ने भी बताया कि सावन के सोमवारी में श्रद्धालुओं की भीड़ होती थी तो उन्हें भी दान-दक्षिणा मिल जाती थी, लेकिन मंदिर का पट बंद होने की वजह से उनकी स्थिति भुखमरी के कगार पर पहुंच गई है.

ये भी पढ़ें-लातेहार: थाने से चंद कदमों की दूरी पर हुई जयवर्धन सिंह की हत्या

गौरतलब है कि कोरोना के संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने इस बार श्रावणी मेले के आयोजन को भी स्थगित कर दिया है. वहीं, मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर राज्य सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन की अवधि बढ़ाते हुए सभी मंदिरों को भी बंद रखने का आदेश दिया है, जिसका असर सावन की पहली सोमवारी को साफ-साफ देखने को मिल रहा है.

रांचीः कोरोना की बढ़ती समस्या अब भगवान के मंदिरों में भी लगातार देखने को मिल रही है. कोरोना के बढ़ते संकट का असर सावन की पहली सोमवारी में भी देखने को मिली. राजधानी रांची के सबसे बड़े और प्रसिद्ध पहाड़ी बाबा मंदिर में भी इस बार कोरोना के कारण पूजा-अर्चना का आयोजन नहीं किया गया. अमूमन सावन के महीने में रांची के पहाड़ी मंदिर में हजारों लोगों की भीड़ हुआ करती थी, लेकिन इस वर्ष मंदिर परिसर सुनसान दिखाई पड़ा.

देखें पूरी खबर

पहाड़ी बाबा मंदिर के पट पर जिला प्रशासन और मंदिर कमेटी की ओर से ताले लगा दिए गए हैं. मंदिर के कुछ पुजारी ही मंदिर के अंदर भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं, जिसका प्रसारण बाबाधाम के तर्ज पर ऑनलाइन किया जा रहा है. भक्तगण अब पहाड़ी बाबा का दर्शन ऑनलाइन माध्यम से कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें-सांसद प्रतिनिधि की हत्या के बाद भाजपाइयों में आक्रोश, कहा- अपराधियों को जल्दी करें गिरफ्तार

भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने मायूस होते हुए कहा कि हर वर्ष भगवान भोलेनाथ की पूजा करते थे तो मन को शांति प्राप्त होती थी, लेकिन इस बार कोरोना के कारण मंदिर के पट बंद हैं, जिस वजह से उन्हें संतुष्टि प्राप्त नहीं हो पायी.

पूजा सामग्री बेचने वाले दुकानदारों पर कोरोना का प्रकोप

वहीं, मंदिर के सामने दुकान चलाने वाले दुकानदारों ने बताया कि हर साल वे लोग सावन की सोमवारी में बेहतर कमाई करते हुए अपना जीवन-यापन किया करते थे, लेकिन इस साल उनकी कमाई तो नहीं हो पाई. इसके साथ ही उनकी पूंजी भी पूरी तरह से बेकार चली गयी.

इसके अलावा मंदिर के बाहर मांग कर खाने वाले लोगों ने भी बताया कि सावन के सोमवारी में श्रद्धालुओं की भीड़ होती थी तो उन्हें भी दान-दक्षिणा मिल जाती थी, लेकिन मंदिर का पट बंद होने की वजह से उनकी स्थिति भुखमरी के कगार पर पहुंच गई है.

ये भी पढ़ें-लातेहार: थाने से चंद कदमों की दूरी पर हुई जयवर्धन सिंह की हत्या

गौरतलब है कि कोरोना के संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने इस बार श्रावणी मेले के आयोजन को भी स्थगित कर दिया है. वहीं, मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर राज्य सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन की अवधि बढ़ाते हुए सभी मंदिरों को भी बंद रखने का आदेश दिया है, जिसका असर सावन की पहली सोमवारी को साफ-साफ देखने को मिल रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.