रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में सुपर स्पेशियलिटी सुविधा होने के बड़े बड़े दावे किए जाते हैं. लेकिन हकीकत बिल्कुल उलट है. रिम्स के डेंटल विभाग में कहने को तो कई आधुनिक मशीन है. लेकिन बिजली के आभाव में ये मशीनें गुरुवार की शाम से शुक्रवार की सुबह तक सिर्फ डेंटल विभाग की शोभा बढ़ाती रही.
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डेंटल विभाग में बिजली की समस्या: रिम्स का डेंटल विभाग बिजली की समस्या से जूझ रहा है. इलाज कराने वाले मरीजों को बिजली कटने के कारण घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. 2019 के रिम्स शाषी परिषद की बैठक के दौरान जेनरेटर की खरीदारी की स्वीकृति मिली थी. बावजूद इसके तीन साल बीत गए और जेनरेटर खरीदारी नहीं हो सकी है. डेंटल विभाग में कई अत्याधुनिक मशीनें हैं जिसके संचालन के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है. लेकिन आए दिन पावर कट की समस्या से ये मशीनें बेकार साबित हो रही है.
खरीद की प्रक्रिया में देरी से नुकसान: वहीं डेंटल विभाग के प्राचार्य डॉ एनएन सिंह ने कहा कि दंत चिकित्सा संस्थान में बिजली की समस्या बनी हुई है. उन्होंने कहा कि बीडीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को बिजली कटने के कारण परेशानी होती है. क्लास के दौरान प्रोजेक्टर बंद हो जाता है. इंटरनेट की व्यवस्था भी अवरूद्ध हो जाती है. डॉ एनएन सिंह कहते हैं कि सरकार की तरफ से कोई कमी नहीं है. लेकिन क्रय की प्रक्रिया में विलंब होने की वजह से इस तरह की समस्या आए दिन देखने को मिलती है.
मरीजों को करना पड़ रहा है इंतजार: वहीं लाइट नहीं रहने की वजह से दूर दराज इलाके से आए मरीज इलाज के लिए डेंटल विभाग में बिजली कटने के कारण ट्रॉमा सेंटर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ रहा है. लेकिन इलाज के लिए उन्हें बिजली का इंतजार करना पड़ रहा है. हालांकि मरीजों की परेशानी को देखते हुए रिम्स प्रबंधन की ओर से शुक्रवार को बिजली की समस्या को दूर करने का प्रयास किया गया. लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि जब तक मजबूत नहीं कराई जाए तब तक लोगों को ऐसे ही परेशानियों का सामना करते रहना पड़ेगा.