रांची: पंचायत सचिव की वैकेंसी की नियुक्ति प्रक्रिया को पूरी करने की मांग को लेकर सैंकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने कांग्रेस के नए प्रभारी अविनाश पांडेय के कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शन किया. तख्ती बैनर के साथ अभ्यर्थी अपनी मागों को पूरी करने के लिए नारेबाजी कर रहे थे. विरोध कर रहे छात्रों ने सरकार पर उनकी मांगों को अनसुना करने का आरोप लगाया.
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कांग्रेस प्रभारी और मंत्रियों का घेराव: कांग्रेसी विधायक, प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी और मंत्रियों का घेराव करने पहुंचे आक्रोशित अभ्यर्थियों ने कहा कि 2019 से प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद भी नियुक्ति पत्र की मांग करते करते वह थक गए हैं. हर जगह फरियाद लगाई है पर कोई उनकी नहीं सुनता. ऐसे में अब वह कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपनी भविष्य की चिंता बताने के लिए पहुंचे हैं.
क्या है पूरा मामला: दरअसल वर्ष 2017 में तत्कालीन भाजपा की सरकार में राज्य में पंचायत सचिव के लिए आवेदन मांगें थे और सितंबर 2019 में इसकी सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी. इस बीच सोनी कुमारी नाम की एक अभ्यर्थी के अदालत चले जाने से नियुक्ति प्रक्रिया आंशिक रूप से प्रभावित भी हुई थी जिस पर अदालत का फैसला भी आ गया है. अभ्यर्थियों के अनुसार अब नियुक्ति में कहीं कोई दिक्कत नहीं है इसके बावजूद वर्तमान सरकार नियुक्ति नहीं कर रही है. जिसका विरोध किया जा रहा है.
कांग्रेस विधायक ने अभ्यर्थियों को कराया शांत: विरोध कर रहे पंचायत सचिव अभ्यर्थियों से कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद ने बात कर उनको समझाने की कोशिश की. विधायक ने उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करने और पहल करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद हंगामा कर रहे अभ्यर्थी शांत हुए. बता दें कि इससे पहले भी पंचायत सचिव अभ्यर्थी कांग्रेस राजद और झामुमो के प्रदेश कार्यालय के पास प्रदर्शन कर चुके हैं.