रांची: सांसद निशिकांत दुबे पर देवघर जिला प्रशासन के द्वारा मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के कई महीने बीतने के बाद एक साथ विभिन्न थानों में पांच पांच प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसके खिलाफ बीजेपी ने नाराजगी जताते हुए चुनाव आयोग से गुहार लगाई है. प्रदेश बीजेपी का एक शिष्टमंडल राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलकर तत्काल दर्ज पांचों केस को वापस लेने की मांग की है.
बीजेपी नेता प्रदीप वर्मा के नेतृत्व में मंगलवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे शिष्टमंडल ने देवघर उपायुक्त पर पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए प्रदीप वर्मा ने कहा कि वर्तमान देवघर डीसी वही हैं जिन्हें चुनाव के वक्त आयोग ने हटा दिया था. यह डीसी राजनीतिक षडयंत्र के तहत सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से निशिकांत दुबे पर लगे सभी आरोप को निराधार बताते हुए दर्ज कांडों को तत्काल वापस लेने की मांग की.
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देवघर के चार थानों में निशिकांत दुबे पर हुआ पांच केस दर्ज
मधुपुर विधानसभा उपचुनाव इस साल 17 अप्रैल को हुआ था. इस दौरान सांसद निशिकांत दुबे पर चुनाव आचार संहिता के आरोप लगे थे. जिला प्रशासन ने करीब 06 महीने बाद सोमवार को एक साथ पांच कांड चार विभिन्न थानों में दर्ज किए हैं. देवघर नगर थाना में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, मधुपुर थाने में बीडीओ राजीव कुमार सिंह, चितरा थाने में बीडीओ पल्लवी सिन्हा और देवीपुर थाने में बीडीओ अभय कुमार के आवेदन पर कांड दर्ज किया गया है. सभी केस में मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में कानूनों का उल्लंघन और नियम विरुद्ध क्रियाकलापों का आरोप लगाया गया है. मधुपुर और चितरा थाना में दर्ज कांड में सांसद निशिकांत दूबे पर 15 अप्रैल को अपने ट्वीटर एकांउट से आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है.