रांचीः पलामू में युवा दारोगा लालजी यादव की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मौत को संदेहास्पद बताते हुए भारतीय जनता पार्टी के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. बिरंची नारायण ने कहा कि समाज और अपने क्षेत्र में ईमानदार छवि की वजह से चर्चित युवा दारोगा को किस परिस्थिति में आत्महत्या करनी पड़ी इस रहस्य पर से पर्दा सीबीआई जांच से ही हटेगा.
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सरकार कराएगी पूरे मामले की जांच, सीबीआई जांच की बाध्यता नहींः लालजी यादव मौत मामले को दुःखद बताते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी सरकार को है और वह अपने स्तर से इसकी जांच कराएगी. सीबीआई जांच की भाजपा की मांग के सवाल पर आलमगीर आलम ने कहा कि हर मामले को सीधे सीबीआई को नहीं सौंप दिया जाता है. सरकार के भी अपने तंत्र हैं जिससे जांच करा कर दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सकता है. आलमगीर आलम ने बीमारी और दवा का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार के संज्ञान में सारी बातें हैं.
क्या पलामू के आरक्षी अधीक्षक के अधीन ही होगी जांचः ईटीवी भारत ने संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम से सवाल किया कि जिस आरक्षी अधीक्षक पर दारोगा के परिजनों ने आरोप लगाया है उन्ही के अधीन पूरे मामले की जांच होगी. इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि आरोप, आरोप होता है और जांच से हकीकत का पता चलता है. झारखंड राजद के निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राजेश यादव ने युवा और होनहार दारोगा के दुःखद मौत पर शोक जताते हुए सरकार से तत्काल पलामू के एसपी और वहां के डीटीओ को हटाने की मांग की और कहा कि राजद के सत्ता में रहने का यह मतलब नहीं है कि वो चुप रहेंगे.