रांची: डायन बिसाही के मामले में त्वतरित संज्ञान लेते हुए झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश सह झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष एच सी मिश्रा ने न्यायायुक्त सा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष नवनीत कुमार को मृतक के परिजनों को हर संभव विधिक सहायता पहुचाने का निर्देश दिया. इस पर न्यायायुक्त नवनीत कुमार ने डालसा सचिव को पीड़िता के विधिक सहायता के लिए एक टीम गठित कर बेड़ो प्रखंड के रोगाडीह, पतराटोली गांव में भेजने का निर्देश दिया. इस पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार, स्वयं एक टीम लेकर देर तक गांव पहुंचे और मृतक के परिजनों से मिले.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची के टीम सबसे पहले मृतक के गांव रोगाडीह पतराटोली पहुंचकर मृतक के परिजनों को सहायता के रूप में 25,000/- रुपये का अंतरिम सहायता राशि प्रदान किया. बेड़ो थाना क्षेत्र के रोगाडीह पतराटोली गांव में डायन-बिसाही के आरोप में वृद्ध दंपती को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी. मृतकों में बिरसी उराईन (55 वर्ष) और उसका पति मंगरा उरांव (75 वर्ष) शामिल है. घटना के विरोध में मृतक के बेटे सोमरा उरांव उर्फ गुड्डू ने बेड़ो थाने में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी हैं.
डालसा ने गठित टीम ने उक्त गांव में पहुंच कर मृतक के घरवालों से मिलकर निशुल्क विधिक सहायता और निशुल्क अधिवक्ता डालसा, रांची के प्रदान की और उनके परिवार को समझाया. इसके अतिरिक्त डालसा की टीम ने अंतरिम सहायता के रूप में मृतक के परिजनों को अंतरिम सहायता के लिए 25,000/- रुपये का चेक मौके पर ही डालसा सचिव के द्वारा मृतक के परिजनों को प्रदान किया गया. मृतक के परिवारवालों को यह आश्वस्त किया गया कि आगे भी किसी भी प्रकार की विधिक सहायता के लिए डालसा पूर्ण रूप से तैयार है.
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मौके पर रूरल एसपी, रूरल डीएसपी, गांव के मुखिया, बेड़ो प्रखंड के बीडीओ और बेड़ो थाना प्रभारी उपस्थित थे. डालसा के गठित टीम में पैनल अधिवक्ता गणेश प्रसाद, पीएलवी सधनी कुमारी, सतिश कुमार, उमेश कुमार और मानव कुमार सिंह आदि सम्मिलित थे.