रांचीः सिविल कोर्ट के अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना सोमवार की शाम करीब सात बजे की है. जब अधिवक्ता ठाकुरगांव से लौटकर कांके साइड सर्वोंदय नगर रोड नंबर पांच स्थित घर पहुंचे थे. घर के बाहर कार खड़ी कर अंदर घुसने के लिए जैसे ही कार से उतरे, एक अपराधी उनके करीब आया और सीने में सटाकर गोली मार दी. गोली मारकर अपराधी फरार हो गया. कुछ दूर आगे एक अन्य अपराधी बाइक के साथ खड़ा, उसी बाइक में बैठकर दोनों अपराधी कांके रोड की ओर भाग निकले. घटना के बाद पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है. इनमें भी चंदवे निवासी रमेश गाड़ी और उसका साला छोटू लकड़ा शामिल है.
रिम्स ले जाने के दौरान हुई मौत
मृतक के बेटे अभिषेक सिंह ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर वह घर से निकला, पड़ोस के लोग भी निकले और उसी कार में उन्हें लेकर सीधे रिम्स पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल और रिम्स पहुंची. कुछ ही देर में डीआइजी एवी होमकर, एसएसपी अनीश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी पहुंचे. मौके पर महाधिवक्ता अजीत कुमार भी पहुंचे. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सभी आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की बात कही. वहीं, अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह के परिवार वालों को ढाढस भी बंधाया.
जमीन विवाद का मामला
अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह की हत्या के बाद पत्नी रीता देवी और बेटे अभिषेक ने कहा है कि सर्वोदय नगर में एक जमीन पर कब्जा के प्रयास को लेकर रामप्रवेश सिंह निशाने पर थे. डेढ़ महीने पहले सर्वोदय नगर की 81 डिसमिल जमीन पर कब्जा करने रमेश गाड़ी, उसका साला छोटू लकड़ा 24 से अधिक गुंडों के साथ पहुंचा था. लाठी डंडे, हॉकी स्टिक और हथियारों से लैस होकर मारपीट भी की थी. इसमें रामप्रवेश और उनके साथ मौजूद लोगों को भी चोटें आई थी. इसपर रामप्रवेश के परिजनों ने दावे के साथ कहा है कि इस हत्या में रमेश और छोटू का ही हाथ है.
दो लोगों को हिरासत में लिया गया
इन आरोपों को देखते हुए पुलिस ने तत्काल दोनों को हिरासत में ले लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. हालांकि दोनों ने अब तक संलिप्तता नहीं स्वीकारी है. पुलिस संबंधित शूटर की तलाश में जुट गई है. इधर, परिजनों ने आरोप लगाया है कि गोंदा थाने में रमेश और छोटू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज रहने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हुई थी. इससे उन्हीं लोगों ने हत्या करा दी.
ये भी पढ़ें- तीसरे चरण में 2113 बूथ अतिसंवेदनशील, हजारीबाग पर रहेगी विशेष नजर
सीसीटीवी में कैद हुई पूरी घटना
मृतक के बेटे अभिषेक के अनुसार सोमवार को वे कोर्ट गए थे. कोर्ट से लौटकर किसी काम से ठाकुरगांव गए थे. वहां से लौटकर घर वाली गली में कार खड़ी कर घर घुसने वाले थे. घर घुसकर कार अंदर करने के लिए दरवाजा खोलना था. इसबीच अपराधी उनके सीने में गोली दागकर भाग गया. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शूटर की पहचान में जुटी है.
रास्ते का है विवाद, पूरी जमीन पर कब्जा की साजिश
जिस जमीन पर कब्जा की साजिश की जा रही थी. उसमें 81 डिसमिल की जमीन रामप्रवेश की जमीन से सटा है. रामप्रवेश की जमीन से रास्ता निकालना चाहते हैं. रास्ता ले लिया गया है, हालांकि रमेश गाड़ी और छोटू गाड़ी रामप्रवेश की पूरी जमीन पर कब्जा करने चाहते हैं. इसका रामप्रवेश विरोध करते थे. कई क्रिमिनल और सिविल केस भी दर्ज करवा रखा था. छह अक्टूबर को एक मामले में छह जनवरी को तारीख है. जिसमें आरोप गठन होना था.
ये भी पढ़ें- सीआरपीएफ जवानों ने आपसी रंजिश में चलायी गोली, दो की मौत, चार घायल
तीन लोगों का फटा था सिर
23 अक्टूबर को कांके डैम साइड सर्वोदय नगर की जमीन पर कब्जा के दौरान मारपीट में तीन लोगों का सिर फटा था. मामले में गोंदा थाने में दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. मारपीट के दौरान खूब लाठी-डंडे और हॉकी स्टिक चले थे. मारपीट की सूचना पर सुखदेवनगर और गोंदा थाने की पुलिस पहुंची थी. पुलिस के पहुंचने के बाद मारपीट करने वालों को रोका गया था.
ये भी पढ़ें- चाईबासा के सारंडा में एक ही परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या, अज्ञात लोगों ने दिया वारदात को अंजाम
अपराधी घर के पास पहले से कर रखे थे रेकी
अधिवक्ता रामप्रवेश की हत्या के बाद पुलिस ने उनके घर में लगी सीसीटीवी फुटेज खंगाला. जिसमें देखा गया है कि एक अपराधी उनके घर के आसपास रेकी कर रहा था. लंगड़ाते हुए वह पॉकेट में हाथ डालकर चल रहा था. गोली मारने के बाद भी ऐसा भागा, जैसे वह पांव से दिव्यांग हो. हालांकि दूसरी जगहों के कैमरे में देखा गया है कि दौड़ता हुआ फरार हो गया. हत्या के लिए वह शाम से ही रेकी कर रहा था. इससे पुलिस ने आशंका जताई है कि अपराधियों ने हत्या की प्लानिंग कर रखा था. घर लौटते ही उनकी हत्या किया जाना था.
एसएसपी से पत्नी बोली, सर हमें इंसाफ चाहिए
एसएसपी अनीश गुप्ता जैसे रिम्स पहुंचे, उनके सामने मृतक की पत्नी पहुंची और सीधे बोलीं, सर हमें इंसाफ चाहिए. घर के पास गोली मार गए वो लोग. उन्हें पकड़कर सजा दिलाएं. लंबे समय से हत्यारे पीछे पड़े थे. बेटे अभिषेक ने कहा सर उन्हें छोड़ना नहीं. इसपर एसएसपी ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. रिम्स परिसर में बेटे और मां का रो-रोकर बुरा हाल था. लोग उन्हें संभाल रहे थे। कई अधिवक्ता भी पहुंचे थे.