रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सांसद और राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता आगामी 26 नवंबर को होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन की जानकारी दी. मजदूर संगठन और बैंक, एलआईसी रेलवे ने हड़ताल करने की बात कही है जिसमें करोड़ों लोग शामिल होंगे और 27 नवंबर को किसान विधेयक को लेकर किसान सड़कों पर उतरेंगे. 400 से अधिक किसान संगठन आंदोलन करने आगे आए हैं. दिल्ली और अन्य राज्यों में तमाम मुख्यालयों में आंदोलन किया जाएगा और राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा.
मेहता ने कहा कि जिस प्रकार से मजदूरों के अधिकारों का हनन हो रहा है और कोरोना की आड़ में मजदूरों और श्रमिकों के नौकरी छीनी गई हैं. इन सब को देखते हुए वामदल 26 नवंबर की हड़ताल और 27 नवंबर के आंदोलन का पूर्ण समर्थन करता है. उन्होंने बिहार चुनाव में लेफ्ट पार्टी के बेहतर प्रदर्शन को अच्छा संकेत बताया और पार्टी की भविष्य निर्धारित करने की बात कही लेकिन कुछ सीटों पर एनडीए गठबंधन के ईवीएम में गड़बड़ियां पर सवाल उठाए, जिसमें चुनाव आयोग में शिकायत करने की भी बात कही.
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बैठक में सीपीएम के राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रकाश विप्लव, वीरेंद्र कुमार, भाकपा के सहायक सचिव महेंद्र पाठक, बी. एन. ओहदार, शशि कुमार, अजय सिंह, इंद्रमनि देवी, भाकपा माले के भुवनेश्वर केवट मौजूद थे.