रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. सिविल सर्जन बीवी प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन का 4 अगस्त को कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था जिसकी रिपोर्ट देर शाम निगेटिव पाई गई है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री आवास में 17 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे जिसको लेकर सीएम हेमंत सोरेन और उनके पूरे परिवार का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था.
मुख्यमंत्री आवास में 17 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाए जाने के बाद सीएम ने दोबारा कोविड-19 की जांच कराई है. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि राजधानी रांची के डिप्टी कमिश्नर छवि रंजन और सिविल सर्जन वीबी प्रसाद की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुख्यमंत्री उनकी पत्नी कल्पना सोरेन समेत अन्य लोगों का स्वैब कलेक्ट किया गया. इतना ही नहीं 90 से अधिक लोगों की एक लिस्ट कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर बनाई गई है. उनका स्वैब लिया जा रहा है. उनमें से कुछ मुख्यमंत्री आवास और कुछ स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में काम करने वाले कर्मी हैं.
सोमवार को 17 कर्मी पाए गए कोरोना संक्रमित
2 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास से जुड़े 17 कर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. उनमें रसोईया, ड्राइवर समेत अन्य शामिल हैं. दरअसल 31 जुलाई को सीएमओ से जुड़े दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. उसके बाद कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार ओर अन्य लोगों की जांच की गई. उसी में पता चला कि सीएमओ में तैनात 17 और कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. इसके बाद सोरेन ने मंगलवार को कोविड-19 का टेस्ट दोबारा कराया है. जबकि इससे पहले 11 जुलाई को भी मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ कोविड-19 की जांच कराई थी जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.
8 जुलाई को किया था खुद को होम क्वॉरेंटाइन
राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर और झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ विधायक मथुरा महतो के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. उस दौरान मुख्यमंत्री सोरेन से दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. जिसके बाद 8 जुलाई को सोरेन ने खुद को होम क्वॉरेंटाइन कर लिया. उस दौरान मुख्यमंत्री आवास में लोगों का आना-जाना तक बंद हो गया था. बाद में 11 जुलाई को उन्होंने बकायदा पहली बार कोविड-19 टेस्ट कराया और रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद घर से बाहर निकले.
स्टेट सेक्रेटेरिएट में भी बना कंटेनमेंट ज़ोन
दरअसल कोरोना संक्रमण का प्रसार स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग समेत पास के एफएफपी बिल्डिंग में भी हो चुका है. एफएफपी बिल्डिंग में तैनात शहरी विकास विभाग के कर्मी के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद वहां भी एहतियात बरती गई. जबकि मुख्यमंत्री सोरेन के पोर्टफोलियो सड़क निर्माण विभाग के एक कर्मी के कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद न केवल दफ्तर के दो कमरे सील कर दिए गए बल्कि उस कॉरिडोर के कुछ हिस्से को कंटेनमेंट जोन में भी परिणत कर दिया गया था.
यह है संक्रमण का आंकड़ा
बता दें कि अब तक राज्य में मंत्री मिथिलेश ठाकुर और जेएमएम विधायक मथुरा महतो के अलावा बीजेपी के विधायक सीपी सिंह और आजसू विधायक लंबोदर महतो कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं सरकारी आंकड़ों की बात करें तो अब तक राज्य में 13600 से अधिक लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं उनमें 4700 से अधिक ठीक होकर अपने घर वापस लौट चुके हैं. अबतक 128 लोगों की मौत हो चुकी है.