रांचीः राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में उद्योगपतियों से कहा कि झारखंड में निवेश के लिए आएं, सरकार हर संभव मदद करने के लिए तैयार है. इसको लेकर विपक्षी दल बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि पहले बंद पड़े उद्योगों को चालू करें, उसके बाद नए इंवेस्टर को लाने की कवायद करें. इस पर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने तंज किया है कि पूर्व की भाजपा सरकार की तरह 1,000 करोड़ रुपये खर्च कर गठबंधन सरकार 'हाथी नहीं उड़ाएगी' . बल्कि सही मायनों में इंवेस्टर को झारखंड में लाया जाएगा ताकि यहां रोजगार सृजन के साथ-साथ राज्य के विकास की गाड़ी दौड़ सके. कांग्रेस पूर्ववर्ती रघुवर सरकार की ओर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए चलाई जा रही योजना 'मोमेंटम झारखंड' की ओर इशारा कर रही थी. जिसके लोगो में हाथी को उड़ता हुआ दिखाया गया था.
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सत्ता में शामिल कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि गठबंधन की सरकार यहां के लोगों का भला चाहती है और इसके लिए सरकार प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसी की पहल की है और इंवेस्टर्स को लाने के प्रयास में जुटी है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार होर्डिंग बैनर के माध्यम से अपना चेहरा चमकाने का काम करती थी और उस पर करोड़ों रुपये खर्च करती थी लेकिन वर्तमान सरकार फिजूलखर्ची छोड़कर इंवेस्टर को लाने के प्रयास में जुटी है. उन्होंने दावा किया है कि आने वाले समय में राज्य में अधिक से अधिक इंवेस्टर आएंगे.
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नक्सली गतिविधि चिंता
झारखंड राज्य में नक्सली गतिविधि हमेशा इंवेस्टर के लिए रोड़ा बनती रही है. इसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एम तौसीफ ने कहा कि पिछली सरकार की कार्य प्रणाली का ही नतीजा है कि नक्सली घटनाएं अब तक हो रहीं हैं, लेकिन इससे इंवेस्टर्स को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है बल्कि इंवेस्टर आएंगे और उन्हें सुरक्षा के साथ हर सुविधा सरकार मुहैया कराएगी. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार पूर्व की भाजपा सरकार की तरह हजारों करोड़ खर्च कर इंवेस्टर नहीं लाएगी बल्कि इंवेस्टर्स के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी ताकि वह अपना उद्योग राज्य में लगा सकें.