रांची: झारखंड में बिजली विभाग की लापरवाही से करंट लगने से लगातार दुर्घटनाओं हो रही है. इसके खिलाफ केईआई कंपनी को बलैक लिस्ट करने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने मंगलवर को अशोक नगर स्थित केबल कंपनी केईआई के दफ्तर में तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया.
केबुल कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी का नेतृत्व कर रहे प्रदेश काग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने बताया कि जिस तेजी से कोरोना काल में कोविड-19 वायरस से लोगों की मौत हुई है. उसी तेज गति से बिजली करंट लगने से लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने कहा कि शहर के हर हिस्से चाहे वह पिस्का मोड़, रातू रोड, कोकर चौक, लालपुर, हरमू, अरगोड़ा, डोरंडा हो या हिनू समेत हटिया का इलाका हो. हर जगह पर केबुल कंपनी की ओर से बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिए गए हैं. जहां 11 हजार से लेकर 32-33 हजार वोल्ट का करंट दौड़ रहा है. पिछले छह महीने में करंट लगने से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग घायल हो चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो केईआई कंपनी के नोयडा स्थित कार्यालय भी वे सभी जाने को तैयार है. उन्होंने कहा कि इन हादसों के लिए बिजली विभाग के मुख्य अभियंता श्रवण कुमार और महाप्रबंधक संजय कुमार भी पूरी तरह से जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि यह खबर मिली है कि ये दोनों अधिकारी अपने तबादले की कोशिश में है लेकिन इन्हें किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा. जब तक इनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं हो जाता और गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.