रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की उचित देखभाल नहीं होने की शिकायत पर नाराजगी जाहिर की है. मंगलवार को उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के बदले समस्या के निदान पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि इस मानसिकता को बदलना होगा और अब टाल मटोल का रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ये था मामला
दरअसल, मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि बिहार के एकंगरसराय निवासी 60 वर्षीय शत्रुघ्न साह की सड़क दुर्घटना में बाएं पैर के जांघ की हड्डी टूट गई थी. हादसे के बाद अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया गया, लेकिन अस्पताल इलाज करने की बजाय उनके परिजनों का इंतजार करता रहा.
'डॉक्टर हर मरीज का बेहतर से बेहतर इलाज पर ध्यान दें'
मुख्यमंत्री ने इस घटना पर नाराजगी जताई और अस्पतालों में मरीजों के साथ संवेदनशीलता के साथ इलाज करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अज्ञात मामले में परिजनों को पता लगाकर संपर्क करना पुलिस की जिम्मेदारी है. डॉक्टर हर मरीज का बेहतर से बेहतर इलाज पर ध्यान दें.
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उपायुक्त को भी निर्देश
सीएम ने रिम्स में इलाजरत साव का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही रांची के उपायुक्त को मरीज के इलाज के बाद बिहार स्थित उनके पैतृक निवास भेजने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है.