रांची: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री नियेल तिर्की ने मंगलवार को सीआईडी एडीजी अनिल पल्टा से मुलाकात कर पालकोट में हुए तिहरे हत्याकांड में अपने आप को आरोपी बनाए जाने को लेकर अपना पक्ष रखा है. नियेल तिर्की ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक कारणों की वजह से जबरन उन्हें तिहरे हत्याकांड का आरोपी बना दिया गया था. बता दें कि पूर्व मंत्री ने डीजीपी के सामने अपना पक्ष रखते हुए नए सिरे से जांच करवाने के लिए आवेदन दिया था.
सीआईडी को दिया गया जांच का जिम्मा
साल 2017 में पालकोट के तपकरा में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में टहलु राम केवट, उनकी पत्नी और उनकी बेटी की बड़े ही बेरहमी के साथ पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड की जांच के दौरान पूर्व मंत्री नियेल तिर्की की भूमिका इस मामले में संदिग्ध बताते हुए उन्हे भी हत्याकांड का आरोपी बनाया गया था. इस मामले में नियेल तिर्की ने अपने आप को निर्दोष बताते हुए झारखंड के डीजीपी से मुलाकात कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग करते हुए अपने आप को निर्दोष बताया था. जिसके बाद सीआईडी ने मंगलवार को पालकोट थाने में तिहरे हत्याकांड से जुड़े के 90/ 17 को टेकओवर कर लिया है. सीआईडी के डीएसपी स्तर के अधिकारी अब पूरे मामले की जांच करेंगे, जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन भी किया गया है.
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नियेल का आरोप राजनीतिक साजिश के तहत जोड़ा गया हत्याकांड से उनका नाम
पूर्व मंत्री नियेल तिर्की का आरोप है कि एक राजनीतिक साजिश के तहत उनका नाम तिहरे हत्याकांड में जोड़ा गया है. जो एक विधायक की मिलीभगत से हुआ है. जिस व्यक्ति ने उनका नाम हत्याकांड की साजिश में लिया है वह उस विधायक का बेहद करीबी है. पूर्व मंत्री ने यह भी कहा है कि उस समय उनके मोबाइल का लोकेशन भी निकाला जा सकता है, जिससे सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.