रांची: जिले में अब महिलाएं और लड़कियां अपने जुल्फ लहराते हुए गाड़ी नहीं चला सकेंगी. उन्हें हर हाल में हेलमेट पहनना ही होगा. ट्रैफिक एसपी ने महिलाओं की चेकिंग के लिए शक्ति कमांडो को लगाया है. यह शक्ति कमांडो बिना हेलमेट लगाए गाड़ी चलाने वाली महिलाओं को पकड़कर उनका चालान काटेंगे. इसके साथ ही उनकी काउंसलिंग भी करेंगी.
क्या है पूरा मामला
राजधानी रांची के शहरी क्षेत्र में बिना हेलमेट के स्कूटी या दूसरे दोपहिया वाहन चलाने वाली महिलाएं या पिलीयन राइडर महिला के हेलमेट नहीं पहनने की स्थिति में अब ऐसी महिलाओं को पकड़ने का काम शक्ति कमांडो की टीम करेगी. यह निर्णय ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने लिया है. महिला पिलीयन राइडर से भी शक्ति कमांडो की टीम मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना लेगी. सड़क सुरक्षा के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए शक्ति कमांडो की टीम महिलाओं को जागरूक भी करेगी.
महिलाएं नही है जागरूक
ट्रैफिक एसपी ने बताया कि शहर में ट्रैफिक पुलिस लगातार अभियान चला रही है. बिना हेलमेट पकड़े गए व्यक्ति से 1,000 रुपये का जुर्माना वसूला जाता है. इसीका नतीजा है कि लोग दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने लगे हैं लेकिन अभी भी यह देखा जा रहा है कि महिलाएं हेलमेट पहनकर गाड़ी नहीं चलाती हैं. ट्रैफिक एसपी ने कहा कि इसी की वजह से शक्ति कमांडो को लगाया गया है कि यह लोग महिलाओं को समझाएंगे कि हेलमेट पहनने और नहीं पहनने पर उनका चालान भी काटा जाएगा.
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महिला कमांडो के होने से होगी सहूलियत
ट्रैफिक एसपी ने बताया कि ट्रैफिक पोस्ट पर अधिकांश पुरुष पुलिसकर्मी ही तैनात हैं. शक्ति कमांडो की टीम में महिला पुलिसकर्मी हैं, इसलिए उन्हें इस काम की जिम्मेवारी दी गयी है. ट्रैफिक एसपी ने बताया कि पिलीयन राइडर में महिला या युवती के बिना हेलमेट पकड़े जाने पर वे अमूमन यह बहाना बनाती है कि उनके बाल खराब हो जायेंगे. इसलिए उन्होंने हेलमेट नहीं पहना लेकिन अब महिला या युवती के बिना हेलमेट स्कूटी चलाते पकड़े जाने या पिलीयन राइडर के हेलमेट नहीं पहनने पर उन्हें यह समझाया जायेगा कि बिना हेलमेट के उनके बाल दुर्घटना के दौरान सिर को बचा नहीं पायेंगे. सड़क सुरक्षा और खुद की सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनना आवश्यक है.