रांची/दुमकाः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ गई हैं. साल 2013 के एक पुराने मामले का जिन बाहर निकल आया है और इस पर राजनीति तेज हो गई है. हेमंत सोरेन पर मुख्यमंत्री रहते हुए सात साल पहले कथित दुष्कर्म का आरोप लगाया जा रहा है. हेमंत सोरेन पर लगे गंभीर आरोपों पर भाजपा ने इस्तीफे की मांग की है. इसके साथ ही पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए और खुद सीबीआई जांच करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में एक युवती ने आवेदन देकर सीएम हेमंत सोरेन पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. यह एक गंभीर आरोप है, लिहाजा हेमंत सोरेन को इस्तीफा देना चाहिए.
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हाईकोर्ट में जनहित याचिका
इससे पहले शुक्रवार को रांची की सामाजिक कार्यकर्ता जहांआरा ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है. उन्होंने अपनी अदालत से यह मांग की है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई हेमंत सरकार को अस्थिर करने की साजिश चल रही है, इसकी सीआईडी से जांच कराई जाए. जहांआरा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और अन्य को प्रतिवादी बनाया है. जनहित याचिका में ये लिखा गया है कि हेमंत सोरेन पर लगाए जा रहे आरोप साल 2013 के हैं और इसे सात साल बाद मुद्दा बनाकर सरकार गिराने की साजिश की जा रही है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में गुरुवार को संज्ञान लिया था और महाराष्ट्र के डीजीपी को पत्र लिखकर कार्रवाई के पूरे ब्योरे की मांग की थी. बीते दिनों सोशल मीडिया में अचानक इस मामले के ट्रेंड करने पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने महाराष्ट्र के डीजीपी को पत्र लिखा और पूछा है कि 7 साल पहले मुंबई की एक मॉडल ने हेमंत सोरेन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, उस पर क्या कुछ कार्रवाई हुई है?
अब तक क्या हुआ
5 सितंबर 2013 को मुंबई की एक मॉडल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और एक अन्य व्यक्ति सुरेश नागरे के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया था. हालांकि बाद में उसने शादी और केस नहीं लड़ पाने का हवाला देते हुए केस वापस ले लिया.
करीब एक महीने पहले गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया के जरिए हेमंत सोरेन पर कई आरोप लगाए. निशिकांत ने लिखा कि वे दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली लड़की की हत्या करा सकते हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निशिकांत दुबे के खिलाफ रांची सिविल कोर्ट में मानहानि का मुकदमा कर दिया. 15 दिसंबर को कोर्ट ने प्रतिवादी निशिकांत दुबे, फेसबुक और ट्विटर को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई 21 दिसंबर को होगी.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू हो गया और लोग मुंबई पुलिस से युवती को सुरक्षा देने की गुहार लगाने लगे. इस वजह से सात साल बाद ये मामला फिर तूल पकड़ने लगा है.