रांची: नमाज रुम सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष मंगलवार को भी हमलावर रहा. मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायक हनुमान चालीसा का पाठ कर हेमंत सरकार पर निशाना साधते नजर आये. सिर पर चंदन लगाये पुजारी की भेष में विधानसभा पहुंचे बीजेपी विधायकों का यह सियासी ड्रामा लोगों को आकर्षित करता रहा. पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी विधायक इस दौरान सरकार की रोजगार नीति, मंदिरों का पट बंद होने और विधानसभा में नमाज रुम आवंटन का विरोध करते रहे.
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हनुमान चालीसा पढ़ रहे बाबूलाल मरांडी ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को सोचना चाहिए कि ये क्यों हो रहा है. वहीं विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने स्पीकर के फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस मंदिर में नमाज रुम का आवंटन तुष्टिकरण नहीं तो और क्या है. वहीं विधायक अमर बाउरी और नीरा यादव ने सरकार के कामकाज पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हेमंत सरकार को सदबुद्धि मिले. इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है.
देवघर के बीजेपी विधायक नारायण दास ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर को खोलने की मांग को लेकर तांडव करते रहे. हाथ में डमरू और गले में बेलपत्र की माला पहने विधायक नारायण दास विधानसभा पोर्टिको में सरकार के विरोध में तांडव करते रहे. हेमंत सरकार द्वारा मंदिरों को नहीं खोले जाने के कारण आम श्रद्धालुओं के साथ साथ मंदिर से जुड़े दुकानदारों और पुजारियों को हो रही परेशानी पर नाराजगी जताते हुए नारायण दास ने कहा कि उन्हें बाबा भोलेनाथ ने भेजा है यह संदेश लेकर कि यदि मंदिर नहीं खुलेगा तो हेमंत सरकार का पट बंद हो जायेगा. उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के बाद देवघर में इसी तरह का तांडव होगा, जिसमें आम जनता भी शामिल होगी. उन्होंने सरकार की गलत नीति के कारण आम लोगों को हो रही परेशानी पर नाराजगी जताई.