रांची: मांडर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने गंगोत्री कुजूर को चुनाव मैदान में उतारा है. गंगोत्री कुजूर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और 2014 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. भाजपा केन्द्रीय चुनाव समिति ने शनिवार को गंगोत्री कुजूर के नाम की घोषणा की. इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में गंगोत्री कुजूर को बधाई देनेवालों का तांता लग गया.
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भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी सहित कई भाजपा नेताओं ने गंगोत्री कुजूर की कार्यक्षमता की सराहना करते हुए चुनाव जीतने की उम्मीद जताई. गंगोत्री कुजूर नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन यानी सोमवार को नॉमिनेशन फाइल करेंगी. मांडर सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना और इसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 06 जून है. गंगोत्री कुजूर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि वे महिला उत्पीड़न और विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जाएंगी और 2014 के चुनाव परिणाम को दोहराएंगी.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गंगोत्री कुजूर की कार्यक्षमता की सराहना करते हुए कहा कि गंगोत्री सिर्फ मांडर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश भर में जाना माना चेहरा हैं और उनका जीतना तय है. 2014 के विधानसभा चुनाव में गंगोत्री कुजूर ने मांडर विधानसभा में जीत हासिल की थी. इस सीट पर एआईटीसी के बंधु तिर्की को हराकर गंगोत्री ने एक लंबे समये के बाद कमल खिलाया था. 2019 के विधानसभा चुनाव में गंगोत्री कुजूर का टिकट काटकर पूर्व मंत्री देव कुमार धान को चुनाव मैदान में बीजेपी द्वारा उतारा गया. मगर झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक से खड़े बंधु तिर्की ने भारतीय जनता पार्टी के देव कुमार धान को 23127 वोटों के मार्जिन से हरा दिया था. बाद में बंधु तिर्की कांग्रेस का दामन थाम लिया. 2009 में बंधु तिर्की ने देव कुमार धान को हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया था.