रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा की जामा से विधायक और शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन के एक ट्वीट ने बीजेपी को हेमंत सरकार पर राजनीतिक हमला करने का मौका दे दिया है (BJP is aggressive after Sita Soren tweet). झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सीता सोरेन के ट्वीट के हवाला देते हुए कहा कि राज्य में कोयला और पत्थर की सरकारी संरक्षण में लूट (Illegal coal mining in dhanbad) का जो आरोप बीजेपी लगाती रही है, सीता सोरेन का ट्वीट भी उसकी पुष्टि करता है.
ये भी पढ़ें: सीता सोरेन ने धनबाद एसएसपी पर फोड़ा ट्वीट बम, कोल माफियाओं को मौन समर्थन देने का लगाया आरोप
सीता सोरेन के ट्विट के बाद बीजेपी प्रदेश प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से जामा की विधायक ने धनबाद में वहां के SSP की जानकारी में कोयला लूट का मामला उठाया है और उसमें ईडी के अलावा क्षेत्रीय निदेशक से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय तक को टैग किया है. उससे साफ है कि सीता सोरेन को राज्य में हो रही खनिजों की अवैध लूट को लेकर चिंता तो है, लेकिन वर्तमान सरकार पर उन्हें भरोसा नहीं है. उन्हें लगता है कि इस लूट को रोकने के लिए राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं करेगी. यही वजह है कि न सिर्फ सोशल मीडिया और पर इस मामले को उठाया है, बल्कि होम मिनिस्ट्री तक को टैग किया है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री और वर्तमान सरकार पर भरोसा होता तो वह तो सोरेन परिवार की बहू हैं, वह व्यक्तिगत रूप से भी मुख्यमंत्री से मिलकर धनबाद में हो रही कोयले की लूट की जानकारी दे सकती थीं, लेकिन उन्होंने ये मामला सोशल मीडिया पर उठाया ताकि सरकार कदम उठाने के लिए बाध्य हो.
वहीं, दूसरी तरफ सीता सोरेन के ट्वीट और उस पर बीजेपी की बयानबाजी पर झामुमो असहज दिख रहा है. झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडे सिर्फ इतना कहते हैं कि सीता सोरेन पार्टी की वरिष्ठ विधायक हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से धनबाद में कोयला लूट को लेकर जो जानकारी दी है उसकी जांच कराकर सरकार निश्चित कार्रवाई करेगी. उन्होंने भाजपा की बयानबाजी पर कहा कि 2019 के चुनाव में जनता ने उन्हें सरकार और झामुमो पर आरोप और बयानबाजी करते रहने का ही मैंडेट दिया है. वह अपना काम कर रहे हैं.
18 दिसंबर 2021 को झारखंड मुक्ति मोर्चा के महाधिवेशन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बतौर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से झामुमो नेताओं से सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट डालने से परहेज करने को कहा था. उन्होंने कहा था कि ऐसे पोस्ट से बीजेपी को सरकार पर आक्रामक होने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा था कि अगर कोई समस्या हो तो सोशल मीडिया की जगह सीधे उन्हें उसकी जानकारी दें. हालांकि सीता सोरेन ने जिस तरह से ट्विट किया है उससे साफ जाहिर होता है कि सोरेन परिवार की बड़ी बहू और विधायक सीता सोरेन ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उस हिदायत को भी गंभीरता ने नहीं लिया है.
इससे पहले भी जेएमएम विधायक सीता सोरेन राज्य में कोयले के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर विधानसभा से लेकर सड़क तक आवाज उठाती रही हैं. झामुमो विधायक सीता सोरेन ने पिछले दिनों चतरा जिले के टंडवा-पिपरवार क्षेत्र में गैर कानूनी तरीके से वन भूमि का अतिक्रमण कर कोयले के अवैध परिवहन का मामला भी विधानसभा में उठाया था. उन्होंने इस संबंध में राजभवन जाकर भी राज्यपाल से शिकायत की थी. वहीं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी कार्रवाई की मांग की थी. इस मुद्दे को लेकर उन्होंने विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्य द्वार पर प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का काम भी किया था.