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बिहार-झारखंड पुलिस मिलकर चलाएगी नक्सलियों के खिलाफ अभियान, बनाई गई रणनीति - इंटर स्टेट कॉ ऑर्डिनेशन कमेटी

डीजीपी कमल नयन चौबे की अध्यक्षता में इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि बिहार-झारखंड पुलिस मिलकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाएगी.

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बैठक करते डीजीपी
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Published : Feb 6, 2020, 12:46 AM IST

Updated : Feb 6, 2020, 12:06 PM IST

रांची: झारखंड-बिहार के सीमावर्ती जिलों में दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाएगी. बुधवार को डीजीपी कमल नयन चौबे की अध्यक्षता में इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई. बैठक में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, झारखंड सेक्टर के सीआरपीएफ आईजी राजकुमार, एडीजी विशेष शाखा अजय कुमार सिंह, एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा, आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह, एसपी नक्सल धनंजय कुमार सिंह मौजूद थे.

देखें पूरी खबर

सक्रिय माओवादी दस्तों की लिस्ट का आदान-प्रदान
बैठक के दौरान सीमावर्ती इलाकों गिरिडीह-जमुई, चतरा-गया, हजारीबाग-गया, पलामू-औरंगाबाद में संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति बनी. इन इलाकों में सक्रिय माओवादी दस्तों की लिस्ट का आदान-प्रदान भी अधिकारियों ने किया.

ये भी पढ़ें- विधायक प्रदीप यादव को JVM करेगा पार्टी से निष्कासित! जिला अध्यक्ष समेत 3 किए जा चुके हैं बाहर

नई कार्ययोजना पर होगा काम
बैठक के दौरान डीजीपी कमल नयन चौबे ने यह बात रखी कि दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादियों और अन्य नक्सली संगठनों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियानों की नई कार्य योजना पर काम करने की बात कही. उन्होंने कहा कि पहले से चलाए जा रहे नक्सली अभियानों में भी तेजी लाने की जरूरत है. बैठक में दोनों राज्यों की पुलिस के बीच आपसी संपर्क और समन्वय की सराहना की गई और नक्सली अभियानों में मिल रही सफलताओं पर संतोष व्यक्त किया गया.

चरणबद्ध अभियान चलाने की जरूरत
राज्यों के सीमावर्ती नक्सल क्षेत्रों में चरणबद्ध और समयबद्ध तरीके से नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान चलाने पर भी बिहार और झारखंड के डीजीपी ने जोर दिया. बैठक में नक्सलियों के वर्तमान में अपनाए जा रहे दांव- पेच, नई तकनीक, आईइडी के इस्तेमाल के तौर तरीकों की जानकारी भी दी गई. कारगर नक्सल अभियानों के लिए सीआरपीएफ की भूमिका पर भी जोर दिया गया.

ये भी पढ़ें- 'झारखंड के मुख्यमंत्री अमित शाह, शिक्षा मंत्री हेमंत सोरेन', जानिए क्या है हकीकत

निरंतर समन्वय बैठक
नक्सल अभियान के लिए स्थानीय पुलिस की क्षमता को बढ़ाने, सीमावर्ती राज्यों के पुलिस पदाधिकारी विशेष कर एसएसपी, एसपी, एएसपी अभियान, डीएसपी, इंस्पेक्टर और थानेदारों के स्तर पर भी निरंतर समन्वय बैठक करने की बातें भी बैठक में हुई. अंतरराज्यीय सीमाओं पर नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और सटीक सूचना उपलब्ध कराने हेतु पुलिस बल के आपसी समन्वय पर बल दिया गया.

रांची: झारखंड-बिहार के सीमावर्ती जिलों में दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाएगी. बुधवार को डीजीपी कमल नयन चौबे की अध्यक्षता में इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई. बैठक में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, झारखंड सेक्टर के सीआरपीएफ आईजी राजकुमार, एडीजी विशेष शाखा अजय कुमार सिंह, एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा, आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह, एसपी नक्सल धनंजय कुमार सिंह मौजूद थे.

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सक्रिय माओवादी दस्तों की लिस्ट का आदान-प्रदान
बैठक के दौरान सीमावर्ती इलाकों गिरिडीह-जमुई, चतरा-गया, हजारीबाग-गया, पलामू-औरंगाबाद में संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति बनी. इन इलाकों में सक्रिय माओवादी दस्तों की लिस्ट का आदान-प्रदान भी अधिकारियों ने किया.

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नई कार्ययोजना पर होगा काम
बैठक के दौरान डीजीपी कमल नयन चौबे ने यह बात रखी कि दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादियों और अन्य नक्सली संगठनों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियानों की नई कार्य योजना पर काम करने की बात कही. उन्होंने कहा कि पहले से चलाए जा रहे नक्सली अभियानों में भी तेजी लाने की जरूरत है. बैठक में दोनों राज्यों की पुलिस के बीच आपसी संपर्क और समन्वय की सराहना की गई और नक्सली अभियानों में मिल रही सफलताओं पर संतोष व्यक्त किया गया.

चरणबद्ध अभियान चलाने की जरूरत
राज्यों के सीमावर्ती नक्सल क्षेत्रों में चरणबद्ध और समयबद्ध तरीके से नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान चलाने पर भी बिहार और झारखंड के डीजीपी ने जोर दिया. बैठक में नक्सलियों के वर्तमान में अपनाए जा रहे दांव- पेच, नई तकनीक, आईइडी के इस्तेमाल के तौर तरीकों की जानकारी भी दी गई. कारगर नक्सल अभियानों के लिए सीआरपीएफ की भूमिका पर भी जोर दिया गया.

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निरंतर समन्वय बैठक
नक्सल अभियान के लिए स्थानीय पुलिस की क्षमता को बढ़ाने, सीमावर्ती राज्यों के पुलिस पदाधिकारी विशेष कर एसएसपी, एसपी, एएसपी अभियान, डीएसपी, इंस्पेक्टर और थानेदारों के स्तर पर भी निरंतर समन्वय बैठक करने की बातें भी बैठक में हुई. अंतरराज्यीय सीमाओं पर नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और सटीक सूचना उपलब्ध कराने हेतु पुलिस बल के आपसी समन्वय पर बल दिया गया.

Intro:बिहार-झारखंड पुलिस मिलकर चलाएगी नक्सलियों के खिलाफ अभियान ,डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर पांडेय की मौजूदगी में हुई मीटिंग

रांची।

झारखंड- बिहार के सीमावर्ती जिलों में दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाएगी। बुधवार को डीजीपी कमलनयन चौबे की अध्यक्षता में इंटर स्टेट कॉ ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई। बैठक में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, झारखंड सेक्टर के सीआरपीएफ आईजी राजकुमार, एडीजी विशेष शाखा अजय कुमार सिंह, एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा, आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह, एसपी नक्सल धनंजय कुमार सिंह मौजूद थे। बैठक के दौरान सीमावर्ती इलाकों गिरिडीह -जमुई, चतरा -गया, हजारीबाग -गया, पलामू - औरंगाबाद में संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति बनी। इन इलाकों में सक्रिय माओवादी दस्तों की लिस्ट का आदान प्रदान भी अधिकारियों ने किया।

नई कार्ययोजना पर होगा काम

बैठक के दौरान डीजीपी कमलनयन चौबे ने यह बात रखी कि दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादियों तथा अन्य नक्सली संगठनों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियानों की नयी कार्य योजना  पर काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पूर्व से चलाये जा रहे नक्सली अभियानों में भी तेजी लाने की जरूरत है। बैठक में दोनों राज्यों की पुलिस के बीच आपसी संपर्क एवं समन्वय की सराहना की गयी तथा नक्सली अभियानों में मिल रही सफलताओं पर संतोष व्यक्त किया गया।

चरणबद्ध अभियान चलाने की जरूरत
राज्यों के सीमावर्ती नक्सल क्षेत्रों में चरणबद्ध एवं समयबद्ध तरीके से नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान चलाने पर भी बिहार और झारखंड के डीजीपी ने जोर दिया। बैठक में नक्सलियों के द्वारा वर्तमान में अपनाए जा रहे दांव- पेच, नई तकनीक, आईइडी के इस्तेमाल के तौर तरीकों की जानकारी भी दी गई। कारगर नक्सल अभियानों के लिए सीआरपीएफ की भूमिका पर भी जोर दिया गया। नक्सल अभियान के लिए  स्थानीय पुलिस की क्षमता को बढ़ाने, सीमावर्ती राज्यों के पुलिस पदाधिकारी विशेष कर एसएसपी, एसपी, एएसपी अभियान , डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदारों के स्तर पर भी निरंतर समन्वय बैठक करने की बातें भी बैठक में हुई. अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखने एवं सटीक सूचना उपलब्ध कराने हेतु पुलिस बल के आपसी समन्वय पर बल दिया गया।

बाइट - मुरारी लाल मीणा ,एडीजी अभियान ,झारखण्ड पुलिसBody:1Conclusion:2
Last Updated : Feb 6, 2020, 12:06 PM IST
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