रांचीः राज्य के सभी अंचल कार्यालयों में गैरमजरूआ जमीन की खुली लूट, धार्मिक, सामाजिक स्थलों की लूट पर रोक लगाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन 22 सितंबर को करने की घोषणा की गई थी. लेकिन 18 से लेकर 22 सितंबर तक विधानसभा सत्र आहूत होने के कारण धरना प्रदर्शन कार्यक्रम 15 सितंबर को करने का निर्णय लिया गया है.
जमीन बिक्री में जालसाजी
दरअसल ऑनलाइन किसी की जमीन किसी के नाम कर आदिवासियों और मूलवासियों की जमीन की हेरा फेरी करना, रजिस्टर टू का पन्ना गायब होना, दस्तावेज का फाड़ देना जैसी भारी जालसाजी का काम चल रहा है. मांडर विधायक बंधु तिर्की की अध्यक्षता में आयोजित झारखंड जनाधिकार मंच, आदिवासी सेना और सीएनटी/एसपीटी बचाओ मोर्चा की एक बैठक में इसको लेकर निर्णय लिया गया है. ऐसे में प्रभारियों को परिवर्तित कार्यक्रम के अनुसार पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया है.
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इसको लेकर पिछले दिनों मांडर विधायक बंधु तिर्की के नेतृत्व मे बैठक की गई थी, जिसमें कहा गया था कि जिले के सभी अंचलों में अंचलाधिकारी, अंचल कर्मी और भू-माफिया के साठगांठ से जमीन की भारी हेराफेरी का काम चल रहा है. आदिवासी मूलवासी की जमीन अंचल कर्मी की मिलीभगत से लूट की जा रही है.