रांची: राजधानी रांची के सदर अस्पताल के बारे में 16 मई को ईटीवी भारत ने खबर प्रकाशित की थी, इस खबर में हमने दिखाया था कि कैसे नियमों को ठेंगा दिखा कर यहां के स्टाफ ने अस्पताल भवन को वाहन पार्किंग स्टैंड बना दिया था. यहां कर्मचारी और नर्स अस्पताल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर बाइक खड़ी करते थे. रोजाना यहां 100 से 125 मोटरसाइकिल और स्कूटी पार्क की जाती थी. ये पूरा क्षेत्र किचन से बिलकुल सटा हुआ था. ऐसे में हादसे की आशंका बनी रहती थी.
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ईटीवी भारत ने प्रमुखता से इस मुद्दे को प्रकाशित किया कि कैसे अस्पताल भवन के अंदर दोपहिया वाहन खड़ा कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. अस्पताल किचन ने निकली एक चिंगारी भी इन मोटरसाइकिलों के टंकी में भरे पेट्रोल को बम बना सकती है और भयानक हादसा हो सकता है. ईटीवी भारत ने इस तरफ अस्पताल प्रशासन का भी ध्यान दिलाया. जिसके बाद रांची के सिविल सर्जन ने कदम उठाते हुए कर्मचारियों को अस्पताल भवन के बाहर ही अपने दोपहिया वाहन पार्क करने का निर्देश दिया.
सदर अस्पताल भवन के अंदर मोटरसाइकिल स्टैंड बना देने के खतरे को लेकर मरीज और उनके परिजन भयभीत रहा करते थे, अब जबकि इस पर रोक लग गई है तो यहां भर्ती मरीज और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है. इसके अलावा अब सदर अस्पताल परिसर में नौ CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं. इन कैमरों के जरिए 24 घंटे निगरानी की जाती है ताकि सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक ना हो.