रांची: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के मौजूदा नेता बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी हो रही है. मरांडी ने कहा कि उन्हें इस बाबत चौतरफा शिकायतें मिल रही हैं कि पैसे लेकर अधिकारियों और सत्ता में मौजूद नेताओं की ओर से मनपसंद स्थानों पर ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है. मरांडी ने इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि दुमका से प्रति दिन केवल ट्रकों के परिवहन से 50 लाख रुपए तक की अवैध वसूली की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले से पूरे राज्य की तस्वीर समझी जा सकती है.
'राज्य सरकार पुलिस की ऊर्जा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से निपटने के लिए इस्तेमाल कर रही'
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि दूसरी तरफ राज्य सरकार पुलिस की ऊर्जा अपनी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से निपटने के लिए इस्तेमाल कर रही है. ऐसी स्थिति में पुलिस अपना मूल काम छोड़कर सत्ताधारी दल की राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति को ही अपना मूल काम समझने लगेगी.
ये भी पढ़ें- 616 करोड़ के 6 पावर सब स्टेशन का उद्घाटन, सीएम ने कहा- कोरोना काल में सरकार हतोत्साहित नहीं
'अपराधी, बदमाश और लुटेरे सरकार के लिए कहीं गले की फांस ना बन जाए'
मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री संभवता इन विषयों को नहीं समझ पा रहे हैं या नौकरशाह उन्हें समझने नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यधारा से इतर राज्य में हो रहे तमाम अनर्गल कार्य को लेकर और उनको सचेत करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल के नेता के रूप में उनका दायित्व है. साथ ही मरांडी ने संशय व्यक्त किया कि अपराधी, बदमाश और लुटेरे सरकार के लिए कहीं गले की फांस ना बन जाए.