रांचीः कोरोना वायरस को लेकर 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन किया गया है, जिसके कारण पूरे देश में आपात की स्थिति बनी हुई है. इसी बीच प्रशासन की तरफ से अतिआवश्यक सेवाओं की दुकान खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन अमूमन देखा जा रहा है कि राज्य में मछली, अंडा, मीट और पशु आहार चारा और मुर्गी की दुकानों को बंद कर दिया गया है. जिससे लोगों के स्वाद को लेकर काफी दिक्कतें आ रही है. जिससे कारोबारियों पर काफी असर पड़ रहा है.
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पशुओं को नहीं मिल रहा चारा
लॉकडाउन का असर आम लोगों के साथ-साथ पशुओं पर भी पड़ रहा है, क्योंकि पशुओं को मिलने वाली चारा अभी बंद हो गया है. जिसको देखते हैं कृषि पशुपालन सचिव पूजा सिंघल ने पशु चारा की उपलब्धता पूरी करने के लिए जिला पशु पालन अधिकारियों को निर्देश जारी किया है. उन्होंने अपने निर्देश में कहा है कि राज्य में हर साल 50 से 60 टन धान का पुआल की उत्पादन होती है. इससे ग्रामीण पशुपालकों को सबसे पहले अपने गांव में उपलब्ध कराने के बाद बाकी धाम वर्ल्ड डेयरी उद्यमों को बेची जाए.