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स्कूल-कॉलेज में हो रहा एडमिशन क्लोज, रांची का जिला स्कूल अब तक ओपन-टू-ऑल

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Published : Jul 29, 2020, 12:41 PM IST

राज्य के अधिकतर स्कूलों में एडमिशन क्लोज हो रहे हैं, लेकिन सरकारी जिला स्कूल अब तक ओपन टू ऑल है. इस स्कूल में विद्यार्थियों के लिए 8 अतिरिक्त कमरे बढ़ाये जा रहे हैं. जिला स्कूल में अभी-भी नामांकन का दौर जारी है और विद्यार्थियों के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से फॉर्म निशुल्क रखा गया है, वहीं ऑनलाइन-ऑफलाइन की व्यवस्था भी दी गई है.

Admission is being closed in school colleges in ranchi
स्कूल कॉलेजों में हो रहा एडमिशन क्लोज

रांचीः तमाम परीक्षा परिणाम के बाद अब नामांकन का दौर जारी है. कुछ स्कूल-कॉलेज में तो नामांकन समाप्त भी कर दिया गया है. स्कूल प्रबंधन सीट समाप्त हो जाने का हवाला देते हुए कई स्कूलों के दरवाजे टॉप टेन में शामिल टॉपर्स विद्यार्थियों के लिए भी बंद हो चुका है, लेकिन रांची के शहीद चौक स्थित अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जिला स्कूल में अभी भी नामांकन हो रहा है और विद्यार्थियों के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से फॉर्म निशुल्क रखा गया है. वहीं एडमिशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन की व्यवस्था भी दी गई है.

देखें पूरी खबर

जिला स्कूलों में प्लस-टू में विभिन्न संकाय को मिलाकर इस स्कूल में लगभग 800 सीट है. इस विद्यालय में भी सीट फुल हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए विद्यालय प्रबंधन ने सीट बढ़ा दी है. इसके लिए भवन निर्माण विभाग को भी स्कूल प्रबंधन ने एक पत्र लिखा था. पत्र के माध्यम से कमरा बढ़ाने की मांग की गई थी. ताकि विद्यार्थियों के पठन-पाठन में कोई परेशानी न हो. विभाग ने भी स्कूल की इस मंशा को समझा और स्कूल में कमरा निर्माण करने का निर्णय लिया और जल्द से जल्द आठ कमरा बढ़ाने का निर्णय लेते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया.

स्कूल प्रबंधन की इच्छाशक्ति और विभाग की सहमति के बाद अब इस विद्यालय में एडमिशन के लिए ओपन टू-ऑल किया गया है. कोई भी परेशान विद्यार्थी जिनका नामांकन किसी भी स्कूल में सीट फूल के चलते नहीं हो रहा हो वे रांची के जिला स्कूल पहुंचकर अपना नामांकन प्लस टू में ले सकते हैं. फॉर्म निशुल्क है और नामांकन की तिथि भी विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए बढ़ाई गई है. इस सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल, कर्मचारियों और शिक्षकों की इच्छाशक्ति और विद्यार्थियों के हित में अब तक लिए गए फैसले की वजह से एक बार फिर रांची का जिला स्कूल जिले के तमाम स्कूल के सामने मिसाल बन कर खड़ा है. इस विपदा की घड़ी में कोरोना महामारी के बावजूद जब तमाम स्कूल नामांकन को लेकर अपना दरवाजा बंद कर दिया है और सीट का हवाला दे रहे हैं और एडमिशन के लिए मोटी रकम डोनेशन के तौर पर वसूल रहे हैं. अब जिला स्कूल विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हो रहा है.

ये भी पढे़ं- ग्लोबल टाइगर डे: 'क्यों जरूरी है टाइगर' विषय को लेकर आयोजित हो रहा है रेडियो खांची में विशेष कार्यक्रम


कोरोना के कारण राज्य के बाहर नहीं जाएंगे विद्यार्थी

कोरोना के कारण इस वर्ष राज्य के विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए अन्य राज्य की यूनिवर्सिटी और स्कूल में नामांकन नहीं लेंगे. इसको देखते हुए ही राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों के अलावा स्कूल-कॉलेज में नामांकन को लेकर विद्यार्थियों की भीड़ बढ़ गई. अधिकतर नामी और बड़े स्कूल सीट खत्म होने का हवाला देते हुए अपने हाथ खड़े कर चुके हैं. ऐसे में जिला स्कूल जैसे सरकारी स्कूल ही तमाम विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. ऐसे सरकारी स्कूलों में शिक्षक भी बेहतर है और यहां का प्रबंधन भी विद्यार्थियों के हित में अब तक फैसले लेते आ रहे हैं. विद्यार्थियों के लिए ऐसे स्कूलों में नामांकन लेना उनके भविष्य के लिए भी बेहतर साबित होगा.

पठन-पाठन के मामले में भी बेहतर है यह स्कूल

पढ़ाई के मामले में भी जिला स्कूल रांची का अन्य स्कूलों के तुलना में कम नहीं है, इस बार मैट्रिक इंटर का रिजल्ट भी इस स्कूल ने बेहतर किया है. स्कूल के 85 फीसदी बच्चे अच्छे मार्क्स लाकर सफल हुए हैं. इतिहास की बात करें तो इस स्कूल ने अब तक सैकड़ों आईएएस, आईपीएस दिए हैं. तो वहीं साइंटिस्ट डॉक्टर और चिकित्सक के अलावा अन्य बड़े पदों पर भी यहां के विद्यार्थी आसीन हैं.

रांचीः तमाम परीक्षा परिणाम के बाद अब नामांकन का दौर जारी है. कुछ स्कूल-कॉलेज में तो नामांकन समाप्त भी कर दिया गया है. स्कूल प्रबंधन सीट समाप्त हो जाने का हवाला देते हुए कई स्कूलों के दरवाजे टॉप टेन में शामिल टॉपर्स विद्यार्थियों के लिए भी बंद हो चुका है, लेकिन रांची के शहीद चौक स्थित अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जिला स्कूल में अभी भी नामांकन हो रहा है और विद्यार्थियों के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से फॉर्म निशुल्क रखा गया है. वहीं एडमिशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन की व्यवस्था भी दी गई है.

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जिला स्कूलों में प्लस-टू में विभिन्न संकाय को मिलाकर इस स्कूल में लगभग 800 सीट है. इस विद्यालय में भी सीट फुल हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए विद्यालय प्रबंधन ने सीट बढ़ा दी है. इसके लिए भवन निर्माण विभाग को भी स्कूल प्रबंधन ने एक पत्र लिखा था. पत्र के माध्यम से कमरा बढ़ाने की मांग की गई थी. ताकि विद्यार्थियों के पठन-पाठन में कोई परेशानी न हो. विभाग ने भी स्कूल की इस मंशा को समझा और स्कूल में कमरा निर्माण करने का निर्णय लिया और जल्द से जल्द आठ कमरा बढ़ाने का निर्णय लेते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया.

स्कूल प्रबंधन की इच्छाशक्ति और विभाग की सहमति के बाद अब इस विद्यालय में एडमिशन के लिए ओपन टू-ऑल किया गया है. कोई भी परेशान विद्यार्थी जिनका नामांकन किसी भी स्कूल में सीट फूल के चलते नहीं हो रहा हो वे रांची के जिला स्कूल पहुंचकर अपना नामांकन प्लस टू में ले सकते हैं. फॉर्म निशुल्क है और नामांकन की तिथि भी विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए बढ़ाई गई है. इस सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल, कर्मचारियों और शिक्षकों की इच्छाशक्ति और विद्यार्थियों के हित में अब तक लिए गए फैसले की वजह से एक बार फिर रांची का जिला स्कूल जिले के तमाम स्कूल के सामने मिसाल बन कर खड़ा है. इस विपदा की घड़ी में कोरोना महामारी के बावजूद जब तमाम स्कूल नामांकन को लेकर अपना दरवाजा बंद कर दिया है और सीट का हवाला दे रहे हैं और एडमिशन के लिए मोटी रकम डोनेशन के तौर पर वसूल रहे हैं. अब जिला स्कूल विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हो रहा है.

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कोरोना के कारण राज्य के बाहर नहीं जाएंगे विद्यार्थी

कोरोना के कारण इस वर्ष राज्य के विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए अन्य राज्य की यूनिवर्सिटी और स्कूल में नामांकन नहीं लेंगे. इसको देखते हुए ही राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों के अलावा स्कूल-कॉलेज में नामांकन को लेकर विद्यार्थियों की भीड़ बढ़ गई. अधिकतर नामी और बड़े स्कूल सीट खत्म होने का हवाला देते हुए अपने हाथ खड़े कर चुके हैं. ऐसे में जिला स्कूल जैसे सरकारी स्कूल ही तमाम विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. ऐसे सरकारी स्कूलों में शिक्षक भी बेहतर है और यहां का प्रबंधन भी विद्यार्थियों के हित में अब तक फैसले लेते आ रहे हैं. विद्यार्थियों के लिए ऐसे स्कूलों में नामांकन लेना उनके भविष्य के लिए भी बेहतर साबित होगा.

पठन-पाठन के मामले में भी बेहतर है यह स्कूल

पढ़ाई के मामले में भी जिला स्कूल रांची का अन्य स्कूलों के तुलना में कम नहीं है, इस बार मैट्रिक इंटर का रिजल्ट भी इस स्कूल ने बेहतर किया है. स्कूल के 85 फीसदी बच्चे अच्छे मार्क्स लाकर सफल हुए हैं. इतिहास की बात करें तो इस स्कूल ने अब तक सैकड़ों आईएएस, आईपीएस दिए हैं. तो वहीं साइंटिस्ट डॉक्टर और चिकित्सक के अलावा अन्य बड़े पदों पर भी यहां के विद्यार्थी आसीन हैं.

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