रांची: 93 वर्षीय पूर्व विधायक हेमेंद्र देहाती पिछले 48 घंटे से अनशन पर थे. पूर्व विधायक के अनशन पर बैठने की सूचना मिलते ही प्रशासन के लोगों ने पूर्व विधायक को रिम्स में भर्ती कराया. अस्पताल में भर्ती कराते ही डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य का जांच की और उन्हें अनशन तोड़ने का आग्रह किया. जिसके बाद उन्हें पानी पिलाकर अनशन तुड़वाया. अनशन तोड़ने के बाद उन्होंने बताया कि 50 वर्ष पूर्व की मांग को लेकर वह अनशन पर बैठे हैं. क्योंकि पलामू स्थित कनहर परियोजना वर्ष 1970 में ही चालू करने की बात कही गई थी, लेकिन वह अभी तक चालू नहीं हो पाया.
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पूर्व विधायक हेमेंद्र देहाती ने बताया कि वर्ष 1966 में पलामू के भवनाथपुर में अकाल पड़ा था, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी. उस खौफनाक मंजर को उन्होंने अपने आंख के सामने ही देखा था. इसी को लेकर वर्ष 1970 में जब वह विधायक बनकर बिहार विधानसभा पहुंचे, तो बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री से कनहर परियोजना चालू कराने की मांग की थी. जिसमें यह आश्वासन मिला था कि वर्ष 1980 तक पलामू के कनहर नदी में इस परियोजना की शुरुवात कर दी जाएगी.
इसको लेकर हाई पावर कमेटी का भी गठन किया गया था. जिसमें कुल 10 लोग चयनित हुए थे. वर्तमान में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, सिर्फ वही एक शख्स बचे हैं. इस कमेटी के द्वारा अब तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया और अब तक कनहर परियोजना की शुरुआत नहीं हो पाई है. पिछले 40 वर्षों से अब तक सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. वहां के लोगों की समस्या का अभी तक निदान नहीं हो पाया. इसलिए उन्होंने सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने का निर्णय लिया. इसलिए उन्होंने सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने का निर्णय लिया.