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झारखंड विधानसभा चुनाव 2019, थम गया चुनाव प्रचार का शोर, अंतिम चरण में 237 उम्मीदवार - झारखंड महासमर

बुधवार को अंतिम चरण के चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार थम गया है. अंतिम दिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी चुनावी सभा को संबोधित किया. पांचवें चरण में 16 सीटों पर 237 उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं.

final phase of Jharkhand elections
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Published : Dec 18, 2019, 5:34 PM IST

रांची: प्रदेश के चुनावी समर के आखरी चरण में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूरी साख दांव पर लगी है. इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में दुमका संसदीय सीट खोने के बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए विधानसभा का यह चरण महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बुधवार को अंतिम चरण के चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार थम गया है. अंतिम दिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी चुनावी सभा को संबोधित किया.

देखें पूरी खबर

दरअसल, इस चरण में एक तरफ जहां झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेटे और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी बहू सीता सोरेन भी चुनावी रण में है. हेमंत संथाल परगना के दुमका और बरहेट विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं, जबकि सीता सोरेन जामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं.

इस चरण में संताल की सात अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों में से 2014 में 5 पर झामुमो के विधायक जीत कर आए थे, जबकि बाकी अन्य दो पर बीजेपी के विधायक बने. मौजूदा चुनाव में उन 2 में से एक विधायक ने आजसू पार्टी का दामन थाम लिया है और आजसू पार्टी के टिकट से इलेक्शन लड़ रहे हैं.

सोरेन परिवार के लिए टर्निंग प्वाइंट
दरअसल, राजनीतिक मायनों में यह विधानसभा चुनाव झारखंड मुक्ति मोर्चा और पार्टी के सुप्रीमो शिबू सोरेन के पूरे परिवार के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है. शिबू सोरेन के दुमका संसदीय सीट से हारने के बाद पिछली बार की तरह इस बार भी उनके बेटे हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट से चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का यकीन करें तो झामुमो इस कैलकुलेशन में है कि अगर हेमंत दोनों सीटें जीत जाते हैं तब सोरेन के तीसरे और सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन की भी औपचारिक पॉलिटिकल इंट्री हो सकती है. चूंकि हेमंत राज्य में महागठबंधन का चेहरा हैं ऐसे में पार्टी की दमदार उपस्थिति चुनावी नतीजे के बाद एक नया रूप भी ले सकती है.

मैदान में नेता प्रतिपक्ष, दो मंत्री समेत राजनीतिक दिग्गज
इस चरण में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के अलावा राज्य सरकार के दो मंत्री रंधीर सिंह और लुईस मरांडी की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. इतना ही नहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के पुराने नेता स्टीफन मरांडी भी चुनावी मैदान में हैं. वहीं, दुमका जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे नलिन सोरेन सातवीं बार मैदान में उतरे हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे 'बाबा नगरी', पूजा-अर्चना कर निकले चुनावी दौरे पर
इन सीटों पर होना है मतदान
अंतिम चरण में जिन 16 सीटों पर चुनाव होना है, उनमें 11 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा, जबकि पांच अन्य सीटों पर मतदान 3 बजे मतदान समाप्त हो जाएगा. जिन 11 सीटों पर मतदान 5 बजे तक होना है उनमें राजमहल, पाकुड़, नाला, दुमका, जामताड़ा, जामा, जरमुंडी, सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा और महागामा शामिल हैं, जबकि पांच सीटें जिन पर 3 बजे तक मतदान होना है। उनमें बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा शामिल है.

रांची: प्रदेश के चुनावी समर के आखरी चरण में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूरी साख दांव पर लगी है. इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में दुमका संसदीय सीट खोने के बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए विधानसभा का यह चरण महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बुधवार को अंतिम चरण के चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार थम गया है. अंतिम दिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी चुनावी सभा को संबोधित किया.

देखें पूरी खबर

दरअसल, इस चरण में एक तरफ जहां झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेटे और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी बहू सीता सोरेन भी चुनावी रण में है. हेमंत संथाल परगना के दुमका और बरहेट विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं, जबकि सीता सोरेन जामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं.

इस चरण में संताल की सात अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों में से 2014 में 5 पर झामुमो के विधायक जीत कर आए थे, जबकि बाकी अन्य दो पर बीजेपी के विधायक बने. मौजूदा चुनाव में उन 2 में से एक विधायक ने आजसू पार्टी का दामन थाम लिया है और आजसू पार्टी के टिकट से इलेक्शन लड़ रहे हैं.

सोरेन परिवार के लिए टर्निंग प्वाइंट
दरअसल, राजनीतिक मायनों में यह विधानसभा चुनाव झारखंड मुक्ति मोर्चा और पार्टी के सुप्रीमो शिबू सोरेन के पूरे परिवार के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है. शिबू सोरेन के दुमका संसदीय सीट से हारने के बाद पिछली बार की तरह इस बार भी उनके बेटे हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट से चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का यकीन करें तो झामुमो इस कैलकुलेशन में है कि अगर हेमंत दोनों सीटें जीत जाते हैं तब सोरेन के तीसरे और सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन की भी औपचारिक पॉलिटिकल इंट्री हो सकती है. चूंकि हेमंत राज्य में महागठबंधन का चेहरा हैं ऐसे में पार्टी की दमदार उपस्थिति चुनावी नतीजे के बाद एक नया रूप भी ले सकती है.

मैदान में नेता प्रतिपक्ष, दो मंत्री समेत राजनीतिक दिग्गज
इस चरण में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के अलावा राज्य सरकार के दो मंत्री रंधीर सिंह और लुईस मरांडी की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. इतना ही नहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के पुराने नेता स्टीफन मरांडी भी चुनावी मैदान में हैं. वहीं, दुमका जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे नलिन सोरेन सातवीं बार मैदान में उतरे हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे 'बाबा नगरी', पूजा-अर्चना कर निकले चुनावी दौरे पर
इन सीटों पर होना है मतदान
अंतिम चरण में जिन 16 सीटों पर चुनाव होना है, उनमें 11 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा, जबकि पांच अन्य सीटों पर मतदान 3 बजे मतदान समाप्त हो जाएगा. जिन 11 सीटों पर मतदान 5 बजे तक होना है उनमें राजमहल, पाकुड़, नाला, दुमका, जामताड़ा, जामा, जरमुंडी, सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा और महागामा शामिल हैं, जबकि पांच सीटें जिन पर 3 बजे तक मतदान होना है। उनमें बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा शामिल है.

Intro:रांची। प्रदेश के चुनावी समर के आखरी चरण में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूरी साख दांव पर लगी है। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में दुमका संसदीय सीट खोने के बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए विधानसभा का यह चरण महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल इस चरण में एक तरफ जहां झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेटे और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी बहू सीता सोरेन भी चुनावी रण में है। हेमंत संताल परगना के दुमका और बरहेट विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं। जबकि सीता सोरेन जामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इस चरण में संताल की सात अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों में से 2014 में 5 पर झामुमो के विधायक जीत कर आए थे। जबकि बाकी अन्य दो पर बीजेपी के विधायक बने। मौजूदा चुनाव में उन 2 में से एक विधायक ने आजसू पार्टी का दामन थाम लिया है और आजसू पार्टी के टिकट से इलेक्शन लड़ रहे हैं।




Body:सोरेन परिवार के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित होगा यह चुनाव दरअसल राजनीतिक मायनों में यह विधानसभा चुनाव झारखंड मुक्ति मोर्चा और पार्टी के सुप्रीमो शिबू सोरेन के पूरे परिवार के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है। शिबू सोरेन के दुमका संसदीय सीट से हारने के बाद पिछली बार को तरह इसबार भी उनके बेटे हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट से चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का यकीन करें तो झामुमो इस कैलकुलेशन में है कि अगर हेमन्त दोनों सीटें जीत जाते हैं तब सोरेन के तीसरे और सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन की भी औपचारिक पॉलिटिकल इंट्री हो सकती है। चूंकि हेमंत राज्य में महागठबंधन का चेहरा हैं ऐसे में पार्टी की दमदार उपस्थिति चुनावी नतीजे के बाद एक नया रूप भी ले सकती है।

नेता प्रतिपक्ष दो मंत्री समेत राजनीतिक दिग्गज हैं मैदान में दरअसल इस चरण में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के अलावा राज्य सरकार के दो मंत्री रंधीर सिंह और लुईस मरांडी की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। इतना ही नहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के पुराने नेता स्टीफन मरांडी और हाजी हुसैन अंसारी भी चुनावी मैदान में है। वहीं दुमका जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे नलिन सोरेन सातवीं बार मैदान में उतरे हैं।




Conclusion:आज थमेगा चुनाव प्रचार
विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का प्रचार बुधवार को समाप्त हो जाएगा। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस ने पार्टी क राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को प्रचार में उतारा है। जबकि बुधवार को शत्रुघ्न सिन्हा और तेजस्वी यादव भी चुनाव प्रचार करेंगे। वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी के वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज भी चुनाव प्रचार करेंगे।

इन सीटों पर होना है मतदान
दरअसल अंतिम चरण में जिन 16 सीटों पर चुनाव होना है उनमें 11 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। जबकि पांच अन्य सीटों पर मतदान 3 बजे मतदान समाप्त हो जाएगा। जिन 11 सीटों पर मतदान 5 बजे तक होना है। उनमें राजमहल, पाकुड़, नाला, दुमका, जामताड़ा, जामा, जरमुंडी, सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा और महागामा शामिल हैं। जबकि पांच सीटें जिन पर 3 बजे तक मतदान होना है। उनमें बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा शामिल हैं। 2014 में इन 16 सीटों में से बीजेपी को 5, झारखंड मुक्ति मोर्चा को 6, झारखंड विकास मोर्चा को दो और कांग्रेस को 3 सीटें मिली थी।
पांचवें चरण में कुल 237 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें 29 महिलाएं हैं।








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