रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अनुशासनहीनता के खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है. पिछले दिनों जहां प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय के खिलाफ विरोध जताने पर छह कांग्रेस नेताओं को निष्कासित किया गया था. तो वहीं बुधवार को महानगर कांग्रेस कमेटी के प्रतिवेदन के बाद दो नेता सुरेंद्र सिंह और राकेश सिन्हा को प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पार्टी की सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित करने का लेटर जारी किया गया है.
छह वर्ष के लिए निष्कासित
निष्कासित किए गए सुरेंद्र सिंह रांची महानगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. जो रांची विधानसभा सीट से 2014 में चुनाव भी लड़ चुके हैं. वहीं दूसरे नेता राकेश सिन्हा पूर्व प्रवक्ता रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने इन्हें गैर जिम्मेदाराना तरीके से पार्टी विरोधी बयानबाजी करने के खिलाफ कार्रवाई करते हुए छह वर्ष के लिए निष्कासित किया है. क्योंकि इनकी वजह से पार्टी की छवि सामाजिक और राजनीतिक तौर पर धूमिल मानी जा रही है.
'बीजेपी के इशारे पर डॉ अजय कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर रहे'
वहीं, सुरेंद्र सिंह और राकेश सिन्हा से फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने निष्कासित होने के मामले पर अपनी बातों को रखते हुए कहा कि वह हमेशा कांग्रेस पार्टी के रहेंगे. क्योंकि उनके द्वारा खून पसीने से पार्टी को सींचा गया है. उन्होंने कहा कि दूसरे दल से आकर बीजेपी के इशारे पर डॉ अजय कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर रहे हैं. यह किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा.
जांच होनी चाहिए
उन्होंने डॉ अजय द्वारा बीजेपी से संस्कार सीखने के बयान पर कहा है कि इससे साबित हो गया है कि डॉ अजय बीजेपी के लिए बिक चुके हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने इस मामले पर गुरुवार को कांग्रेस के स्टेट हेड क्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की भी बात कही है.
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अब तक आठ नेता निष्कासित
बता दें कि आठ जून को झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह के निर्धारित बैठक के दौरान कांग्रेस के स्टेट हेड क्वार्टर में सुरेंद्र सिंह और राकेश सिन्हा के नेतृत्व में डॉ अजय के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया था. लगातार डॉ अजय गो बैक के नारे लगाए गए थे. वहीं 29 जुलाई को डॉ अजय के जिला अध्यक्षों के साथ बैठक के दौरान भी कांग्रेस नेताओं ने विरोध दर्ज कराया था. जिसके बाद छह कांग्रेस नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित किया गया है. वहीं अब तक रांची जिले में निष्कासित कांग्रेसी नेताओं की संख्या आठ हो गई है.