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रांची में धार्मिक स्थल से पकड़े गए 17 विदेशी समेत 24 लोग, किया गया क्वारंटाइन

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Published : Mar 30, 2020, 10:04 PM IST

Updated : Mar 31, 2020, 7:24 AM IST

रांची के हिंदपीढ़ी बड़ी मस्जिद और पड़ोस के मोहल्ले में विदेशियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन की टीम ने 17 विदेशियों सहित 24 हिरासत में लेकर कोरोनटाइन किया है.

17 foreigners caught from religious site in Ranchi
विदेशी गिरफ्तार

रांची: हिंदपीढ़ी बड़ी मस्जिद और पड़ोस के मोहल्ले में विदेशियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन की टीम ने 17 विदेशियों सहित 24 हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया है. सोमवार की सुबह तीन से चार बजे के बीच सभी को खेलगांव कैंपस में बने आइसोलेशन होम में शिफ्ट किया गया है.

विदेशियों में यूनाइटेड किंगडम, अफ्रीका के केन्या, पोलैंड, मलेशिया, वेस्टइंडीज सहित भारत के अलग अलग राज्यों के लोग शामिल हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं. महिलाएं बड़ी मस्जिद के आसपास के घरों में रह रहीं थी. इनमें दो युवक रांची के भी हैं, जो केरल से रांची लौटे हैं. विदेशियों के ठहरे होने की सूचना डीसी और एसएसपी को मिली. इसके बाद एसडीओ और हिंदपीढ़ी थाना की टीम वहां पहुंची और सभी को हिरासत में लिया गया.

किसी में नहीं है कोरोना के लक्षण

देखिए पूरी खबर

पुलिस प्रशासन ने सभी विदेशी नागरिकों का मेडिकल जांच कराया है. मेडिकल के प्रारंभिक जांच में किन्ही को कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं. हालांकि, उन्हें आइसोलेटेड कर ऑब्जरवेशन पर रखा गया है. सब कुछ ठीक रहने पर सभी को पुलिस प्रशासन छोड़ देगी. फिलहाल, एसडीओ सभी विदेशी नागरिकों के कागजातों का सत्यापन करा रहे हैं. अब तक सभी के वीजा पासपोर्ट सही मिले हैं. मेडिकल टीम में शामिल डॉक्टर ने कहा है कि किन्हीं भी नागारिकों में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं. एक की उम्र 65 वर्ष है, जिन्हें डायबिटीज है. उनके पास दवा समाप्त हो चुकी थी. उन्हें दवा उपलब्ध करवा दिया गया है.

इधर, पूछताछ में विदेशियों ने बताया है कि वह भारत में तबलीगी जमात के लिए दिल्ली होकर रांची पहुंचे थे. अब उन्हें स्वदेश लौटना था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वे स्वदेश नहीं लौट पाए. इस वजह से रांची के बड़ी मस्जिद और मोहल्ले में ही रहकर जमात में धार्मिक कार्य कर रहे थे. पुलिस प्रशासन की टीम ने सभी विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट, वीजा सहित अन्य दस्तावेजों को जब्त कर लिया है. उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने कहा है. प्रारंभिक सत्यापन में सभी के कागजात दुरुस्त मिले हैं. किसी तरह के संदिग्ध जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. कोरोना के खतरे को देखते हुए उन्हें कोरोनटाइन किया गया है.

ये भी पढ़ें: सीएम हेमंत सोरेन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, RIMS पहुंचे तो सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हुआ पालन

पुलिस ने किया क्वारंटाइन

युनाइटेड किंगडम निवासी जाहिद फकीर, काजी दिलवर हुसैन, महासिन अहमद, अफ्रीका के केन्या निवासी फारिमान, पोलैंड निवासी गैफुर इस्लाम, वेस्टइंडीज निवासी फारूक खान, गुजरात निवासी युनूस वफोरिया, वेस्टइंडीज निवासी नदीम खान, मुबई के बुर्ला निवासी मो. इमरान, हैदराबाद निवासी मो. मोजम्मिल, दिल्ली निवासी अफाक अली, रौशन जहां, मलेशिया निवासी रशिदा नजीहा, महाजिर बिन खामिश, नौर आशिदा, नौर कमर जमान, शीती आयशा, मो. शफीक बिन मतीशा और नौर हयाती शामिल हैं. इनके अलावा हिंदपीढ़ी के ही आकाश महली और मिखिल महली को भी पुलिस ने इनके साथ कोरोनटाइन किया है. ये केरला से लौटे हैं.

रांची: हिंदपीढ़ी बड़ी मस्जिद और पड़ोस के मोहल्ले में विदेशियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन की टीम ने 17 विदेशियों सहित 24 हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया है. सोमवार की सुबह तीन से चार बजे के बीच सभी को खेलगांव कैंपस में बने आइसोलेशन होम में शिफ्ट किया गया है.

विदेशियों में यूनाइटेड किंगडम, अफ्रीका के केन्या, पोलैंड, मलेशिया, वेस्टइंडीज सहित भारत के अलग अलग राज्यों के लोग शामिल हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं. महिलाएं बड़ी मस्जिद के आसपास के घरों में रह रहीं थी. इनमें दो युवक रांची के भी हैं, जो केरल से रांची लौटे हैं. विदेशियों के ठहरे होने की सूचना डीसी और एसएसपी को मिली. इसके बाद एसडीओ और हिंदपीढ़ी थाना की टीम वहां पहुंची और सभी को हिरासत में लिया गया.

किसी में नहीं है कोरोना के लक्षण

देखिए पूरी खबर

पुलिस प्रशासन ने सभी विदेशी नागरिकों का मेडिकल जांच कराया है. मेडिकल के प्रारंभिक जांच में किन्ही को कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं. हालांकि, उन्हें आइसोलेटेड कर ऑब्जरवेशन पर रखा गया है. सब कुछ ठीक रहने पर सभी को पुलिस प्रशासन छोड़ देगी. फिलहाल, एसडीओ सभी विदेशी नागरिकों के कागजातों का सत्यापन करा रहे हैं. अब तक सभी के वीजा पासपोर्ट सही मिले हैं. मेडिकल टीम में शामिल डॉक्टर ने कहा है कि किन्हीं भी नागारिकों में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं. एक की उम्र 65 वर्ष है, जिन्हें डायबिटीज है. उनके पास दवा समाप्त हो चुकी थी. उन्हें दवा उपलब्ध करवा दिया गया है.

इधर, पूछताछ में विदेशियों ने बताया है कि वह भारत में तबलीगी जमात के लिए दिल्ली होकर रांची पहुंचे थे. अब उन्हें स्वदेश लौटना था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वे स्वदेश नहीं लौट पाए. इस वजह से रांची के बड़ी मस्जिद और मोहल्ले में ही रहकर जमात में धार्मिक कार्य कर रहे थे. पुलिस प्रशासन की टीम ने सभी विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट, वीजा सहित अन्य दस्तावेजों को जब्त कर लिया है. उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने कहा है. प्रारंभिक सत्यापन में सभी के कागजात दुरुस्त मिले हैं. किसी तरह के संदिग्ध जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. कोरोना के खतरे को देखते हुए उन्हें कोरोनटाइन किया गया है.

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पुलिस ने किया क्वारंटाइन

युनाइटेड किंगडम निवासी जाहिद फकीर, काजी दिलवर हुसैन, महासिन अहमद, अफ्रीका के केन्या निवासी फारिमान, पोलैंड निवासी गैफुर इस्लाम, वेस्टइंडीज निवासी फारूक खान, गुजरात निवासी युनूस वफोरिया, वेस्टइंडीज निवासी नदीम खान, मुबई के बुर्ला निवासी मो. इमरान, हैदराबाद निवासी मो. मोजम्मिल, दिल्ली निवासी अफाक अली, रौशन जहां, मलेशिया निवासी रशिदा नजीहा, महाजिर बिन खामिश, नौर आशिदा, नौर कमर जमान, शीती आयशा, मो. शफीक बिन मतीशा और नौर हयाती शामिल हैं. इनके अलावा हिंदपीढ़ी के ही आकाश महली और मिखिल महली को भी पुलिस ने इनके साथ कोरोनटाइन किया है. ये केरला से लौटे हैं.

Last Updated : Mar 31, 2020, 7:24 AM IST
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