पलामू: पूरे देश भर में बाघों की गिनती (tiger count) का पहला चरण शुरू हो गया है. इसी बीच पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के बाघ की खोज लातेहार लोहरदगा सीमा पर की जा रही है. दरअसल एक सप्ताह पहले लातेहार के रिचुघुटा में इलाके में एक व्यक्ति ने बाघ देखने का दावा किया. जिसके बाद लातेहार वन विभाग और पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के अधिकारी सक्रिय हो गए. रिचुघुटा के इलाके में पलामू टाइगर रिजर्व में बड़े पैमाने पर ट्रैकिंग कैमरे लगाए हैं. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि व्यक्ति ने बाघ को काफी नजदीक से देखा है. पीटीआर के अधिकारी मौके का जायजा ले चुके हैं.
पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक ने बताया कि बाघों की खोज के लिए ट्रैकिंग कैमरे लगाए गए हैं. ट्रैकिंग कैमरे के माध्यम से इलाके में निगरानी रखी जा रही है. 100 से अधिक ट्रैकिंग कैमरे इलाके में लगाए गए हैं. अधिकारियों को शक है कि पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके का ही बाघ लातेहार और लोहरदगा सीमा पर देखा जा रहा है.
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फरवरी 2020 के बाद पीटीआर में नजर नही आया बाघ
पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के इलाके में फरवरी 2020 के बाद से भाग नहीं देखा गया है. पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में फरवरी 2020 में एक मृत बाघिन मिली थी. उसके बाद से पीटीआर के 1029 वर्ग किलोमीटर में बाघ नजर नहीं आया है. बाघों की गिनती के लिए जनगणना जा रही है. 2018 की जनगणना में भी पलामू टाइगर रिजर्व किला के में बाघों की संख्या शून्य बताई गई थी. 2020 में पीटीआर के इलाके में एक बाघिन मृत मिली थी.