पलामूः नक्सलियों के गढ़ बूढ़ापहाड़ में जोंकपानी के इलाके में लैंडमाइंस ब्लास्ट (Landmines Blast) हुआ है. इस विस्फोट में टुन्नू यादव नामक ग्रामीण (35 वर्षीय) चपेट में आया, जिससे उसकी मौत हो गई. नक्सलियों ने ही ग्रामीण का शव परिजनों को सौंपा है, मृतक छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला का रहने वाला है.
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माओवादियों का सुरक्षित इलाका माना जाने वाला बूढापहाड़ के इलाके में रविवार को लैंडमाइंस विस्फोट हुआ है. यह विस्फोट लातेहार के जोंकपानी के जंगल में हुआ. पास के गांव का टुन्नू यादव नामक युवक बूढ़ापहाड़ से सटे जंगलों में मवेशी चराने गया था, इसी क्रम में टुन्नू यादव का पैर लैंडमाइंस पर पड़ा और धमाका हो गया. लैंडमाइंस की चपेट में आने से टुन्नू का पैर शरीर से अलग हो गया. जिस इलाके में यह घटना हुई है उस इलाके में मोबाइल नेटवर्क नहीं है. घटना शनिवार शाम 5 बजे के आसपास की है. रविवार दोपहर 12 बजे नक्सलियों ने टुन्नू का शव जंगल से निकालकर परिजनों को सौंपा है.
माओवादियों ने सुरक्षाबलों को टारगेट कर लगाया था लैंड माइंस
लातेहार के गारु थाना क्षेत्र का जोंकपानी इलाका बूढ़ापहाड़ की तलहटी में मौजूद है. माओवादियों ने सुरक्षाबलों को टारगेट कर इस लैंडमाइंस जंगलों में लगाया था. ग्रामीण मवेशी लेकर चराने के लिए उस जंगल में गए थे और विस्फोट हो गया. धमाके के बाद बाकी ग्रामीण वहां से भाग गए. जिस इलाके में यह घटना हुई, वह इलाका अतिनक्सल प्रभावित है और माओवादियों का सुरक्षित मांद है. यह इलाका लातेहार से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है.
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इस जंगली के इलाके में जाने के लिए सुरक्षाबलों को कई घंटों का पैदल सफर तय करना पड़ता है. जिस जोंकपानी इलाके में विस्फोट हुई है वह इलाका पलामू टाइगर रिजर्व के अंतर्गत भी है. नक्सली अक्सर सुरक्षा बल को निशाना बनाकर बूढ़ापहाड़ के इलाके में लैंडमाइंस बिछाते हैं. जंगल में आने-जाने वाले या फिर मवेशी चराने वाले ग्रामीण अक्सर इसकी चपेट में आते हैं. पिछले एक दशक की बात करें तो 6 के करीब ग्रामीणों की मौत हो गई है. जबकि कई जंगली जीव इस धमाके की चपेट में आए हैं. माओवादी सुरक्षाबलों को टारगेट कर लैंडमाइंस लगाते हैं, जिसकी चपेट में ग्रामीण आ जाते हैं.