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पलामू में मनरेगा योजनाओं में मशीन से किया गया काम, इंजीनियरों और रोजगार सेवक समेत 9 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज - Palamu news

पलामू में मनरेगा योजनाओं में गड़बड़ी मिली है. इस आरोप में असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक के साथ साथ 6 लाभुकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

MNREGA in Palamu
पलामू में मनरेगा योजनाओं में मशीन से किया गया काम
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Published : Aug 31, 2022, 11:01 PM IST

पलामूः मनरेगा में फिर भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए पलामू के सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत पांच-पांच योजनाएं शुरू की गई हैं. इन योजनाओं में मानव श्रम की मदद लेनी है. लेकिन मशीन की मदद से योजना पूरी की जा रही थी. इस भ्रष्टाचार के खिलाफ असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक सहित 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

यह भी पढ़ेंः मनरेगा में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, पंचायत सेवक निलंबित

पलामू के नक्सल प्रभावित मनातू थाना में मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में गड़बड़ी मिली है. इस गड़बड़ी में असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक के साथ साथ नौ लोग शामिल हैं. इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार मनातू प्रखंड के पदमा पंचायत के भीतही गांव में मनरेगा के तहत आम की बागवानी की शुरुआत की गई थी.



भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीण विकास विभाग को मिली. इसके बाद मनरेगा लोकपाल भीतही पहुंचे और आम की बागवानी की जांच की. जांच में पाया गया था कि आम की बागवानी के लिए खोदे गए 100 गड्ढों को खोदने में जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया गया है. इस मामले में मनरेगा लोकपाल ने मनातू बीडीओ से स्पष्टीकरण पूछा था और दोषियों अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था. मनातू के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील प्रकाश ने मनातू थाना में असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक, योजना के लाभुक सुरजी देवी, पार्वती देवी, बसंती देवी, ममता कुमारी समेत नौ लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है.


मनातू थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की अनुसंधान कर रही है. पलामू में मनरेगा की योजना के क्रियान्वयन के गड़बड़ी के आरोप में अब तक तीन दर्जन से अधिक एफआईआर हो चुके हैं.

पलामूः मनरेगा में फिर भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए पलामू के सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत पांच-पांच योजनाएं शुरू की गई हैं. इन योजनाओं में मानव श्रम की मदद लेनी है. लेकिन मशीन की मदद से योजना पूरी की जा रही थी. इस भ्रष्टाचार के खिलाफ असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक सहित 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

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पलामू के नक्सल प्रभावित मनातू थाना में मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में गड़बड़ी मिली है. इस गड़बड़ी में असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक के साथ साथ नौ लोग शामिल हैं. इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार मनातू प्रखंड के पदमा पंचायत के भीतही गांव में मनरेगा के तहत आम की बागवानी की शुरुआत की गई थी.



भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीण विकास विभाग को मिली. इसके बाद मनरेगा लोकपाल भीतही पहुंचे और आम की बागवानी की जांच की. जांच में पाया गया था कि आम की बागवानी के लिए खोदे गए 100 गड्ढों को खोदने में जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया गया है. इस मामले में मनरेगा लोकपाल ने मनातू बीडीओ से स्पष्टीकरण पूछा था और दोषियों अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था. मनातू के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील प्रकाश ने मनातू थाना में असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, रोजगार सेवक, योजना के लाभुक सुरजी देवी, पार्वती देवी, बसंती देवी, ममता कुमारी समेत नौ लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है.


मनातू थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की अनुसंधान कर रही है. पलामू में मनरेगा की योजना के क्रियान्वयन के गड़बड़ी के आरोप में अब तक तीन दर्जन से अधिक एफआईआर हो चुके हैं.

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