जमशेदपुर: जिला के करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज के छात्र अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कॉलेज परिसर में आमरण अनशन पर बैठे हैं. अनशन पर बैठे छात्रों ने बताया है कि कोल्हान विश्वविद्यालय में क्षेत्रीय भाषा के लिए विभाग बने हैं, लेकिन क्षेत्रीय भाषा के शिक्षक नहीं हैं. शिक्षकों को अनुबंध पर रखा गया है और वेतन का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है जो एक बड़ी समस्या है.
जानकारी के अनुसार, छात्रों के इस आंदोलन में सात छात्र आमरण अनशन पर हैं. आमरण अनशन के तीसरे दिन दो छात्रों का तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें खासमहल स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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आमरण अनशन पर बैठे छात्र संजीव कुमार मुर्मू ने बताया है कि झारखंड के सभी विश्वविद्यालय में संथाली, ओलचिकी कुड़मालि सहित विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के लिए विभाग बनाए गए हैं. कोल्हान विश्वविद्यालय के कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषा के लिए शिक्षकों की बहाली नहीं हुई है. कुछ शिक्षक अनुबंध पर रखे गए हैं जिनका वेतन भुगतान भी नहीं किया जा रहा है. ऐसे में क्षेत्रीय भाषा के छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. छात्रों का कहना है कि सरकार अविलंब कार्रवाई करें अन्यथा आंदोलन उग्र होगा.
छात्रों के आंदोलन को JMM ने दिया समर्थन
इधर, छात्रों के आंदोलन को समर्थन देने वाला JMM के नेताओं ने आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने की बात कही है. जेएमएम नेता सह जिला पार्षद सदस्य संजीव सरदार ने कहा कि सरकार एक तरफ क्षेत्रीय भाषा को बढ़ावा देने की बात कहती है तो वहीं, दूसरी तरफ क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई के लिए शिक्षकों की बहाली भी नहीं कर रही है. क्षेत्रीय भाषा की समुचित व्यवस्था होने से छात्रों का भविष्य भी बेहतर होगा. उनका कहना है कि इस आंदोलन को जेएमएम जान जोखिम में डाल कर भी मुकाम तक पहुंचाएगा.
बहरहाल, आमरण अनशन पर बैठे छात्रों के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है और आंदोलन के तीसरे दिन भी कोई कार्रवाई नहीं होने से छात्र आक्रोश में हैं.