जमशेदपुर: अविभाजित बिहार में राजनीतिक गलियारों में चर्चा में रहे झारखंड आंदोलनकारी और वर्तमान में भाजपा के सदस्य सूरज मंडल पूर्व अधिकारियों को टिकट देने की मुखालफत कर रहे हैं. उनका कहना है कि रिटायर्ड अफसरों को टिकट नहीं मिलना चाहिए, पार्टी में काबिल कार्यकर्ताओं की कोई कमी नहीं है.
झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चुनाव लड़ने की तैयारी में भी हैं. गौरतलब है कि पोड़ैयाहाट से 3 बार विधायक और 1991 में गोड्डा से सांसद रहे सूरज मंडल ने 1999 में झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़कर झारखंड विकास दल का गठन किया. इसके बाद 2018 में भाजपा में शामिल हो गए.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सूरज मंडल ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बना था यहां के लोगों के लिए, लेकिन बाहरी नेताओं ने यहां अपना कब्जा जमा लिया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि रिटायर्ड अफसरों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिलना चाहिए. शीर्ष नेताओं को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. पार्टी में कार्यकर्ताओं की कोई कमी नहीं है.
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गौरतलब है कि 2014 विधानसभा चुनाव में 6 पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने चुनाव लड़ा. हालांकि जनता ने इन पूर्व अधिकारियों को नकार दिया. इसके साथ ही कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव भी एक पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे हैं. वहीं, कांग्रेस से आम आदमी पार्टी में शामिल हुए डॉ अजय कुमार भी इंडियन पुलिस सर्विस में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.