जमशेदपुर: भारतीय तीरंदाज संघ ग्रामीण क्षेत्रों के वैसे बच्चे जो तीरंदाज के लिए जाने जाते हैं उन बच्चों को तराशेगी, ताकि वैसे बच्चे अपनी प्रतिभा को एक मुकाम दे सके. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि इसके लिए वे अपने मंत्रालय के साथ-साथ तीरंदाजी संघ के साथ मिलकर टैलेंट हंट करने की योजना बना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया आर्चरी एसोसिएशन का यह उद्देश्य है कि हम सुदूरवर्ती गांव से ऐसे मेधावी खिलाड़ियों को परख कर सामने लाए, जिससे उस गांव की विशेषता और छुपी हुई प्रतिभा दुनिया के सामने आए. उन्होंने कहा कि बाकायदा इसके लिए उन्होंने राज्य तीरदांज संघ को व्यापक दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला संघ और अकादमी को भी दिशा-निर्देश दिया गया है. उन्हें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि ऐसे बच्चे प्रतिभा को तलाशे जो तीरंदाजी क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं. इसके लिए वे देशभर के खिलाड़ियों के साथ संवाद भी कर रहे हैं और सूचनाएं भी ले रहे हैं.
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अर्जुन मुंडा ने कहा कि ट्राइबल एरिया में बहुत सारी संभावना है और इसके लिए मै अपने मंत्रालय का भी मदद ले रहा हूं. उन्होंने कहा कि इसके लिए कई कॉरपोरेट हाउसों को पत्र लिखा है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि वह ग्रामीण क्षेत्र में तीरंदाजी में जो बच्चे काम कर रहे हैं उस बच्चे को आगे लाए. उन्होंने टाटा स्टील के तीरदांजी क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को सराहते हुए कहा कि टाटा स्टील के कारण ही कई तीरंदाज राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अपनी पहचान बनाया है.