जमशेदपुरः शहर में बिष्टुपुर थाना क्षेत्र स्थित एक विशेष समुदाय के पवित्र स्थल में लड़की को जंजीर से बांधकर रखने का मामला प्रकाश में आया है. सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पहुंची और पीड़ित लड़की को वहां से लेकर इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा.
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इस मामले में अंधविश्वास की बात सामने आ रही है जबकि सीसीआर डीएसपी ने बताया कि मामले की जांच कर आगे कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के खरखाई नदी के किनारे और बेली बोधनवाला गैरेज के पीछे 24 वर्षीय एक लड़की को जंजीर से बांधकर रखने की सूचना मिली थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों के साथ कई सामाजिक संगठन के लोग वहां पहुंचे और मामले की जानकारी ली.
बताया जा रहा है कि लड़की परसुडीह थाना क्षेत्र की रहने वाली है. उसके परिजन उसका झाड़-फूंक कराने के लिए एक विशेष समुदाय के पवित्र स्थल ले गए थे. जहां लड़की को जंजीर से बांध दिया गया. संचालक ने वहां पहुंचे लोगों को जानकारी दी है कि लड़की पर शैतानी साया है. जिसे भागने के लिए लड़की को इस पवित्र पर जंजीर से बांध कर रखा गया है. अंधविश्वास की घटना की सूचना मिलने पर स्थानिय पुलिस वहां पहुंची और पीड़ित लड़की उसके परिजन और संचालक थाना लेकर पहुंची.
इस सबंध में डीएसपी (पीसीआर) अनिमेष गुप्ता ने बताया कि पीड़ित लड़की परसुडीह की रहने वाली है. जो अपना नाम और पता सबकुछ सही-सही बता रही है. लड़की को इलाज के लिए एमजीएम भेजा जा रहा है. इस मामले की पूरी जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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अंधविश्वास और शक को लेकर महिलाओं पर आए दिन जुल्म होते रहे हैं. झारखंड में डायन-बिसाही के नाम पर ऐसे कई मामले देखे जा सकते हैं. प्रदेश में अंधविश्वास में आकर आए दिन महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है.
पिता और पति का जुल्म
राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले के अरनोद थाना क्षेत्र के लालगढ़ ग्राम पंचायत के एक गांव में एक पति ने अपनी पत्नी को पिछले 3 महीनों से लोहे की जंजीरों से बांधकर रखा था. पति अपनी पत्नी की चरित्र पर संदेह करता था और इसी संदेह के कारण उसने महिला को 30 किलो वजनी सांखल से बांध दिया. उसने पत्नी को एक केलुपोश मकान के पास एक कच्ची टापरी में बांध कर छोड़ दिया था. मध्य प्रदेश में देवास के मोतीबंगला थाना क्षेत्र में रहने वाली किशोरी के साथ उसके पिता ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी. बेटी को जंजीरों से बांधकर पिता उसके साथ आए दिन मारपीट करता था. पीड़िता ने बताया कि उसके पिता आए दिन उसके साथ मारपीट करते थे और पढ़ाई नहीं करने देते. साथ ही मजदूरी करने का दबाव बनाते और खाना भी नहीं देते थे.