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हाथियों को भगाने के लिए ड्रैगन लाइट का होगा इस्तेमाल, वन विभाग तैयार

पूर्वी सिंहभूम के सुदूरवर्ती घाटशिला, गालूडीह, एमजीएम, पटमदा और बोड़ाम इलाके में जंगली हाथियों का तांडव लगातार जारी है. अब वन विभाग ने हाथियों को भगाने के लिए ड्रैगन लाइट का प्रयोग करेगी.

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जमशेदपुर में हाथियों का उत्पात
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Published : Jul 16, 2020, 9:26 PM IST

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के सुदूरवर्ती घाटशिला, गालूडीह, एमजीएम, पटमदा और बोड़ाम इलाके में जंगली हाथियों का तांडव लगातार जारी है. जंगली हाथियों के कहर से ग्रामीणों की जान-माल की रक्षा के लिए जमशेदपुर वन प्रमंडल ने 50 से अधिक ड्रैगन लाइट खरीदी हैं. अब जंगली हाथियों की झुंड गांव से भगाने के लिए इस ड्रैगन लाइट का प्रयोग किया जा रहा है.

देखें पूरी खबर

ड्रैगन लाइट का उपयोग

बता दें कि इन इलाकों में घनघोर जंगल होने के कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा से हर साल हाथियों झुंड पहुंचता है. जिसके कारण कई बार हाथियों के झुंड आने से किसानों की जान का खतरा और फसल भी बर्बाद हो जाया करते हैं. पूर्वी सिंहभूम से सटे दलमा, चाकुलिया, बहरागोड़ा के ग्रामीणों की कई बार हाथी जान तक ले चुके हैं. इन हाथियों से बचने के लिए वन विभाग अब ड्रैगन लाइट का उपयोग कर रही है. जिसकी सहायता से लाल रंग की रौशनी आने पर हाथी दूर भागेंगे. इसके साथ ही हाथियों को भगाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों को उचित मानदेय पर नियुक्ति भी की गई है.

ये भी पढ़ें- कोरोना काल में भुखमरी के कगार पर पहुंचे पेड़ा व्यवसायी, वैकल्पिक उपाय ढूंढने को मजबूर

ग्रामीण हाथियों को भगाने का काम कर रहे

वहीं, ग्रामीणों को वन विभाग की ओर से पटाखे भी दिए गए हैं, जिसकी मदद से भी ग्रामीण हाथियों को भगाने का काम कर रहे हैं.

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के सुदूरवर्ती घाटशिला, गालूडीह, एमजीएम, पटमदा और बोड़ाम इलाके में जंगली हाथियों का तांडव लगातार जारी है. जंगली हाथियों के कहर से ग्रामीणों की जान-माल की रक्षा के लिए जमशेदपुर वन प्रमंडल ने 50 से अधिक ड्रैगन लाइट खरीदी हैं. अब जंगली हाथियों की झुंड गांव से भगाने के लिए इस ड्रैगन लाइट का प्रयोग किया जा रहा है.

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ड्रैगन लाइट का उपयोग

बता दें कि इन इलाकों में घनघोर जंगल होने के कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा से हर साल हाथियों झुंड पहुंचता है. जिसके कारण कई बार हाथियों के झुंड आने से किसानों की जान का खतरा और फसल भी बर्बाद हो जाया करते हैं. पूर्वी सिंहभूम से सटे दलमा, चाकुलिया, बहरागोड़ा के ग्रामीणों की कई बार हाथी जान तक ले चुके हैं. इन हाथियों से बचने के लिए वन विभाग अब ड्रैगन लाइट का उपयोग कर रही है. जिसकी सहायता से लाल रंग की रौशनी आने पर हाथी दूर भागेंगे. इसके साथ ही हाथियों को भगाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों को उचित मानदेय पर नियुक्ति भी की गई है.

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ग्रामीण हाथियों को भगाने का काम कर रहे

वहीं, ग्रामीणों को वन विभाग की ओर से पटाखे भी दिए गए हैं, जिसकी मदद से भी ग्रामीण हाथियों को भगाने का काम कर रहे हैं.

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