जमशेदपुरः जिले में कोरोना को लेकर प्रशासन लगातार प्रभावी कदम उठा रहा है. खासकर लोगों को इस महामारी के प्रति जागरुक करने का प्रयास हो रहा है. इसी क्रम में समाहरणालय सभागार में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला की उपस्थिति में कोविड-19 के प्रति जागरूकता कार्यक्रम के लिए प्रतिनियुक्त मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया.
वर्तमान में कई प्रदेश के फंसे हुए श्रमिक व छात्र के साथ अन्य व्यक्ति प्रतिदिन पूर्वी सिंहभूम जिले में बाहर से आ रहे हैं. संबंधित व्यक्तियों के आगमन के क्रम में उनकी जांच एवं क्वॉरेंटाइन प्रक्रिया पूरी करायी जा रही है.
बाहर से आ रहे व्यक्तियों का लोयला स्कूल में सैंपल कलेक्शन लिया जा रहा है. संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए संबंधित व्यक्तियों के जांच के क्रम में क्वॉरेंटाइन के नियमों एवं संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक किया जाना आवश्यक है.
इस क्रम में लोयला स्कूल में अन्य राज्यों एवं अन्य जिलों से आने वाले लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रम का नियमित रूप से संचालन किया जाएगा. जागरूकता कार्यक्रम के संचालन हेतु 5 सदस्यीय टीम बनाई गई है, जिसमें शिक्षककर्मी, चिकित्सा पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है.
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जागरूकता कार्यक्रम के नियमित रूप से संचालन हेतु 5 टीम बनाई गईं हैं जो लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं होम क्वॉरेंटाइन में पालन किए जाने वाले नियमों के बारे में बताएंगे. ट्रेनर को प्रजेंटेशन और वीडियो के माध्यम से स्वयं को बचाने के साथ ही अन्य लोगों की सुरक्षा एवं इसके संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जा सकता है. इस संबंध में विस्तार से बताया गया.
प्रशिक्षण के दौरान उपायुक्त ने मास्टर ट्रेनर को बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा चिन्हित विभिन्न राज्यों के 24 जिलों से आने वाले लोगों का प्रवेशद्वार अलग होगा. उन्हें अन्य राज्यों अथवा जिले से आने वाले लोगों से अलग बैठाया जाएगा. इसका निश्चित रूप से अनुपालन सुनिश्चित कराना मास्टर ट्रेनर एवं उपस्थित पदाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चिन्हित राज्यों के 24 जिलों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के सैंपल कलेक्शन करने के साथ ही उनको संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया जाना अनिवार्य है.