कोडरमा: समाहरणालय सभागार में बढ़ रहे साइबर क्राइम के रोकथाम के लिए जानकारी और बचाव से जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सीडीएसी कंपनी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अंशु सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान मौजूद रहे पुलिस पदाधिकारियों के अलावा थाना प्रभारी और पुलिस जवानों को साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की विस्तृत रूप से जानकारी दी.
दी गई कई जानकारियां
कार्यक्रम में साइबर क्राइम से जुड़े हर पहलू पर जानकारी दी गई. प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अंशु सिंह ने विस्तार से एटीएम के इस्तेमाल के समय बरती जाने वाली सावधानियों के साथ-साथ मोबाइल और इंटरनेट की सुरक्षा पूर्वक इस्तेमाल की विधि भी बताई.
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'मोबाइल पर जितना जरुरत उतना ही रखें एप्लीकेशन'
अंशु सिंह ने बताया कि किस तरह आज स्मार्टफोन के जरिए आसानी से किसी का भी डाटा चोरी किया जा सकता है, साथ ही इसके जरिए लोगों के साथ साइबर क्राइम के तहत ठगी की जा सकती है. मोबाइल में जितने एप्लीकेशन की जरूरत है उतना ही रखें बाकी मोबाइल से तुरंत हटा दें.
साइबर क्राइम से जुड़े तथ्यों पर डेमो
मौके पर साइबर क्राइम से जुड़े तथ्यों पर डेमो भी दिखाया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कंप्यूटर में इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीवायरस के चयन से लेकर एटीएम के इस्तेमाल के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी पुलिसकर्मियों को जानकारी दी गई.
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'अपराध का एक नया रास्ता'
इस मौके पर एसपी एम तमिल्वेनन ने कहा कि लगातार साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में जानकारी ही बचाव का रास्ता है. इसलिए पुलिस मुख्यालय की ओर से इस तरह के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि मोबाइल और इंटरनेट के बढ़ते डिमांड ने साइबर अपराधियों को अपराध का एक नया रास्ता दे दिया है.