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YAAS EFFECT: ग्रामीणों के बीच मछली पकड़ने की मची होड़, स्वर्णरेखा नदी में बढ़ा जलस्तर

झारखंड में यास चक्रवात से पूर्वी सिंहभूम में बारिश से स्वर्णरेखा नदी में जलस्तर काफी बढ़ गया है. इसकी वजह से मछलियां नदी किनारे आ रही है. ग्रामीणों मछलियों का शिकार कर रहे हैं.

Villagers are hunting fish due to increase in water level in Swarnarekha river in ghatshila
YAAS EFFECT
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Published : May 28, 2021, 10:46 AM IST

घाटशिला/पूर्वी सिंहभूम: यास तूफान के आने से बंगाल और ओडिशा सीमा से सटे घाटशिला अनुमंडल और पूर्वी सिंहभूम के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के कारण स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. गुरुवार को स्वर्णरेखा नदी में पानी भर जाने से घाटशिला और मुसाबनी के कई गांव के ग्रामीण मऊभंडार पुल के नीचे नदी में मछली पकड़ने के लिए जाल लेकर पहुंचे.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- यास तो बहाना है...! कांची नदी पर बना बूढ़ाडीह पुल ध्वस्त, बालू के अवैध परिवहन की चढ़ा भेंट

कुछ लोग तो मछली को डंडे से मारकर घायल करके पकड़ रहे हैं. ग्रामीण बता रहे हैं कि अचानक नदी में पानी का बढ़ना और तेज बहाव के कारण मछली किनारे आ रही हैं, जिससे उनको पकड़ने में आसानी हो रही है. कोई कह रहा है कि कंपनी की ओर से वेस्ट पानी को नदी में बहाया गया है, जिसके कारण मछलियां मूर्छित होकर नदी किनारे आ रही हैं.

ग्रामीणों ने जाल के सहारे काफी मात्रा में नदी से मछली पकड़ी हैं. किसी ने 2.50 क्विंटल तो किसी और ने 50 किलो तक मछली पकड़ी हैं. ग्रामीणों ने कहा कि लॉकडाउन होने के कारण उन्हें नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन नहीं रहता तो नदी से पकड़ी मछली को वो सभी बाजार ले जाकर बेच देते. उन्होंने कहा कि वो सभी अपने-अपने गांव पहुंचकर नदी से पकड़ी मछली को ग्रामीणों के बीच बांटेंगे. वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि वे मछली को कल बाजार में बेचेंगे.

घाटशिला/पूर्वी सिंहभूम: यास तूफान के आने से बंगाल और ओडिशा सीमा से सटे घाटशिला अनुमंडल और पूर्वी सिंहभूम के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के कारण स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. गुरुवार को स्वर्णरेखा नदी में पानी भर जाने से घाटशिला और मुसाबनी के कई गांव के ग्रामीण मऊभंडार पुल के नीचे नदी में मछली पकड़ने के लिए जाल लेकर पहुंचे.

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कुछ लोग तो मछली को डंडे से मारकर घायल करके पकड़ रहे हैं. ग्रामीण बता रहे हैं कि अचानक नदी में पानी का बढ़ना और तेज बहाव के कारण मछली किनारे आ रही हैं, जिससे उनको पकड़ने में आसानी हो रही है. कोई कह रहा है कि कंपनी की ओर से वेस्ट पानी को नदी में बहाया गया है, जिसके कारण मछलियां मूर्छित होकर नदी किनारे आ रही हैं.

ग्रामीणों ने जाल के सहारे काफी मात्रा में नदी से मछली पकड़ी हैं. किसी ने 2.50 क्विंटल तो किसी और ने 50 किलो तक मछली पकड़ी हैं. ग्रामीणों ने कहा कि लॉकडाउन होने के कारण उन्हें नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन नहीं रहता तो नदी से पकड़ी मछली को वो सभी बाजार ले जाकर बेच देते. उन्होंने कहा कि वो सभी अपने-अपने गांव पहुंचकर नदी से पकड़ी मछली को ग्रामीणों के बीच बांटेंगे. वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि वे मछली को कल बाजार में बेचेंगे.

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