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बहरागोड़ा सीट पर भाजपा के 3 दावेदार, नए उम्मीदवारों पर भरोसा या पुरानों पर विश्वास

झारखंड विकास मोर्चा से नाता तोड़ भाजपा में शामिल हुए समीर महंती और बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी में है. इधर, क्षेत्र के वर्तमान जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में शामिल होने के बाद बहरागोड़ा विधानसभा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है.

बहरागोड़ा सीट पर भाजपा के 3 दावेदार
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Published : Oct 31, 2019, 2:55 PM IST

Updated : Oct 31, 2019, 5:02 PM IST

जमशेदपुर: लोकसभा क्षेत्र जमशेदपुर की बहरागोड़ा विधानसभा सीट इन दिनों राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. जेएमएम छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले विधानसभा के वर्तमान विधायक कुणाल षाड़ंगी को भरोसा है कि पार्टी उन्हें टिकट देगी. वहीं, भाजपा के दो नेताओं ने भी टिकट के लिए दावेदारी की है. जबकि भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि बिना शर्त दूसरे दल के लोग भाजपा में शामिल होते हैं. परफॉर्मेंस और सर्वे रिपोर्ट के बाद ही निर्णय होगा कि बहरागोड़ा के चुनावी मैदान में कौन उतरेगा.

वीडियो में देखें ये स्पेशल स्टोरी

जमशेदपुर लोकसभा अंतर्गत 6 विधानसभा सीटे हैं, जिनमें बंगाल और ओडिशा के बॉर्डर से सटी बहरागोड़ा विधानसभा सीट में टिकट को लेकर माहौल गर्म है. झारखंड विकास मोर्चा से नाता तोड़ भाजपा में शामिल हुए समीर महंती और बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी में है. इधर, क्षेत्र के वर्तमान जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में शामिल होने के बाद बहरागोड़ा विधानसभा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है.

ये भी पढ़ें- रिटायर्ड अफसरों को टिकट नहीं मिलना चाहिए, पार्टी में काबिल कार्यकर्ताओं की कमी नहीं: सूरज मंडल

गौरतलब है कि 2009 और 2014 में यह विधानसभा झारखंड मुक्ति मोर्चा के ही खाते में गई थी. इस विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए टिकट को लेकर तीनों दावेदार आस लगाए बैठे हैं. भाजपा में शामिल होने वाले चर्चित नेता समीर महन्ती, कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में आने के बाद बहरागोड़ा की जनता से अपने पक्ष में जनमत संग्रह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में यह सोच कर आए थे कि काम करने का मौका मिलेगा. क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा.

इधर, समीर महंती के बागी रवैया को देखते हुए वर्तमान विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेता इस पर नजर रखे हुए हैं. अब फैसला उन्हीं को करना है. उनका दावा है कि उन्होंने क्षेत्र में 5 साल काम किया है. उन्होंने कहा कि वो अगर चुनाव लड़ेंगे, तो एकतरफा जीत होगी.

ये भी पढ़ें- अर्जुन मुंडा झारखंड के सर्वमान्य नेता, उनके पास विशाल जनादेश: सरयू राय

2014 में बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव हारने के बाद भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी क्षेत्र में लगातार जनता के बीच दौरे पर हैं. टिकट की दावेदारी उनकी भी है, लेकिन बड़े ही संयमित अंदाज में उन्होंने कहा कि पार्टी टिकट देगी तो वो चुनाव जरूर लड़ेंगे.

इधर, कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी विद्युत वरण महतो को बहरागोड़ा से 31 हजार वोटों से बढ़त मिली. जमशेदपुर लोकसभा सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि पार्टी ने जो टारगेट दिया है, उसे पूरा करना है. कोई रिस्क नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोल्हान के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास, कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा और सरयू राय के साथ बैठक कर जो बेहतर होगा उसके लिए प्रयास करेंगे.

एक मयान में 3 तलवार कैसे रहेंगी. इसका फैसला शीर्ष नेताओं पर टिका हुआ है. भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने साफ तौर पर कहा कि परफॉर्मेंस और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट दी जाएगी. क्योंकि भाजपा में बिना शर्त दूसरे दल के लोगों को शामिल कराया जाता है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: JMM विधायक जगरनाथ महतो का रिपोर्ट कार्ड

बहरहाल, बहरागोड़ा विधानसभा से टिकट किसे मिलेगी यह भविष्य के गर्भ में है, लेकिन दूसरे दल से भाजपा में आने के बाद कुणाल षाड़ंगी को टिकट मिलने की दावेदारी करने वाले नेता बागी होंगे. इससे इंकार नहीं किया जा सकता, जबकि महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा अपने इस नए प्रयोग का परिणाम बखूबी देख चुकी है.

एक नजर में बहरागोड़ा विधानसभा सीट

  • 2000 में क्षेत्र के भाजपा विधायक दिनेश षाड़ंगी
  • 2005 में क्षेत्र के भाजपा विधायक दिनेश षाड़ंगी
  • 2009 में क्षेत्र के जेएमएम विधायक विद्युत वरण महतो
  • 2014 में जेएमएम प्रत्याशी कुणाल षाड़ंगी ने 15 हजार मतों से भाजपा प्रत्याशी दिनेशाननंद गोस्वामी को हराया और पहली बार विधायक बने
  • आबादी लगभग 3 लाख
  • महिला आबादी ज्यादा
  • 593 गांव
  • 50 पंचायत
  • 214 बूथ
  • पुरुष मतदाता की संख्या 1 लाख 12 हजार 600
  • महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 08 हजार 336

जमशेदपुर: लोकसभा क्षेत्र जमशेदपुर की बहरागोड़ा विधानसभा सीट इन दिनों राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. जेएमएम छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले विधानसभा के वर्तमान विधायक कुणाल षाड़ंगी को भरोसा है कि पार्टी उन्हें टिकट देगी. वहीं, भाजपा के दो नेताओं ने भी टिकट के लिए दावेदारी की है. जबकि भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि बिना शर्त दूसरे दल के लोग भाजपा में शामिल होते हैं. परफॉर्मेंस और सर्वे रिपोर्ट के बाद ही निर्णय होगा कि बहरागोड़ा के चुनावी मैदान में कौन उतरेगा.

वीडियो में देखें ये स्पेशल स्टोरी

जमशेदपुर लोकसभा अंतर्गत 6 विधानसभा सीटे हैं, जिनमें बंगाल और ओडिशा के बॉर्डर से सटी बहरागोड़ा विधानसभा सीट में टिकट को लेकर माहौल गर्म है. झारखंड विकास मोर्चा से नाता तोड़ भाजपा में शामिल हुए समीर महंती और बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी में है. इधर, क्षेत्र के वर्तमान जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में शामिल होने के बाद बहरागोड़ा विधानसभा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है.

ये भी पढ़ें- रिटायर्ड अफसरों को टिकट नहीं मिलना चाहिए, पार्टी में काबिल कार्यकर्ताओं की कमी नहीं: सूरज मंडल

गौरतलब है कि 2009 और 2014 में यह विधानसभा झारखंड मुक्ति मोर्चा के ही खाते में गई थी. इस विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए टिकट को लेकर तीनों दावेदार आस लगाए बैठे हैं. भाजपा में शामिल होने वाले चर्चित नेता समीर महन्ती, कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में आने के बाद बहरागोड़ा की जनता से अपने पक्ष में जनमत संग्रह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में यह सोच कर आए थे कि काम करने का मौका मिलेगा. क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा.

इधर, समीर महंती के बागी रवैया को देखते हुए वर्तमान विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेता इस पर नजर रखे हुए हैं. अब फैसला उन्हीं को करना है. उनका दावा है कि उन्होंने क्षेत्र में 5 साल काम किया है. उन्होंने कहा कि वो अगर चुनाव लड़ेंगे, तो एकतरफा जीत होगी.

ये भी पढ़ें- अर्जुन मुंडा झारखंड के सर्वमान्य नेता, उनके पास विशाल जनादेश: सरयू राय

2014 में बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव हारने के बाद भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी क्षेत्र में लगातार जनता के बीच दौरे पर हैं. टिकट की दावेदारी उनकी भी है, लेकिन बड़े ही संयमित अंदाज में उन्होंने कहा कि पार्टी टिकट देगी तो वो चुनाव जरूर लड़ेंगे.

इधर, कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी विद्युत वरण महतो को बहरागोड़ा से 31 हजार वोटों से बढ़त मिली. जमशेदपुर लोकसभा सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि पार्टी ने जो टारगेट दिया है, उसे पूरा करना है. कोई रिस्क नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोल्हान के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास, कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा और सरयू राय के साथ बैठक कर जो बेहतर होगा उसके लिए प्रयास करेंगे.

एक मयान में 3 तलवार कैसे रहेंगी. इसका फैसला शीर्ष नेताओं पर टिका हुआ है. भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने साफ तौर पर कहा कि परफॉर्मेंस और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट दी जाएगी. क्योंकि भाजपा में बिना शर्त दूसरे दल के लोगों को शामिल कराया जाता है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: JMM विधायक जगरनाथ महतो का रिपोर्ट कार्ड

बहरहाल, बहरागोड़ा विधानसभा से टिकट किसे मिलेगी यह भविष्य के गर्भ में है, लेकिन दूसरे दल से भाजपा में आने के बाद कुणाल षाड़ंगी को टिकट मिलने की दावेदारी करने वाले नेता बागी होंगे. इससे इंकार नहीं किया जा सकता, जबकि महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा अपने इस नए प्रयोग का परिणाम बखूबी देख चुकी है.

एक नजर में बहरागोड़ा विधानसभा सीट

  • 2000 में क्षेत्र के भाजपा विधायक दिनेश षाड़ंगी
  • 2005 में क्षेत्र के भाजपा विधायक दिनेश षाड़ंगी
  • 2009 में क्षेत्र के जेएमएम विधायक विद्युत वरण महतो
  • 2014 में जेएमएम प्रत्याशी कुणाल षाड़ंगी ने 15 हजार मतों से भाजपा प्रत्याशी दिनेशाननंद गोस्वामी को हराया और पहली बार विधायक बने
  • आबादी लगभग 3 लाख
  • महिला आबादी ज्यादा
  • 593 गांव
  • 50 पंचायत
  • 214 बूथ
  • पुरुष मतदाता की संख्या 1 लाख 12 हजार 600
  • महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 08 हजार 336
Intro:जमशेदपुर।

जमशेदपुर लोकसभा का बहरागोड़ा विधानसभा इन दिनों राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जेएमएम छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले विधानसभा के वर्तमान विधायक कुणाल के षाड़ंगी के को भरोसा है कि पार्टी उन्हें टिकट देगी वहीं भाजपा के दो नेताओं ने भी टिकट के लिए दावेदारी की है । जबकि भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि बिना शर्त दूसरे दल के लोग भाजपा में शामिल होते हैं परफॉर्मेंस और सर्वे रिपोर्ट के बाद ही निर्णय होगा कि बहरागोड़ा के चुनावी मैदान में कौन उतरेगा।


Body:जमशेदपुर लोकसभा अंतर्गत छह विधानसभा है जिनमें बंगाल और उड़ीसा के बॉर्डर से सटे बहरागोड़ा विधानसभा में टिकट को लेकर माहौल गर्म है ।
झारखंड विकास मोर्चा से नाता तोड़ भाजपा में शामिल हुए समीर महंती और बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी में है।
इधर क्षेत्र के वर्तमान जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी के
भाजपा में शामिल होने के बाद बहरागोड़ा विधानसभा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया ।
आपको बता दें कि 2009 और 2014 में यह विधानसभा झारखंड मुक्ति मोर्चा के ही खाते में गया था।
इस विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए टिकट किसे मिलेगा इसे लेकर तीनों दावेदार आस लगाए बैठे हैं।

भाजपा में शामील होने वाले चर्चित नेता समीर महन्ती कुणाल सारंगी के भाजपा में आने के बाद बहरागोड़ा की जनता से अपने पक्ष में जनमत संग्रह कर रहे हैं उन्होंने कहा है कि भाजपा में यह सोच कर आए थे कि काम करने का मौका मिलेगा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं हालांकि उन्होंने यह कहा है कि फैसला अब आलाकमान को करना है अगर टिकट नहीं मिला तो क्षेत्र के बुद्धिजीवियों से सलाह मशवरा कर आगे की रणनीति तय करेंगे ।
बाईट समीर महन्ती टिकट के दावेदार

इधर समीर महंती के बागी रवैया को देखते हुए वर्तमान विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा है कि पार्टी के शीर्ष नेता इस इस पर नजर रखे हुए हैं अब फैसला उन्हीं को करना है उन्होंने दावा किया है कि मैंने क्षेत्र में 5 साल काम किया है मैं अगर चुनाव लड़ूंगा तो एकतरफा जीत होगी दूसरा कोई मुकाबला नहीं होगा ।
बाईट कुणाल षाड़ंगी वर्तमान विधायक

2014 में बहरागोड़ा विधानसभा से चुनाव हारने के बाद भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी क्षेत्र में लगातार जनता के बीच दौरे पर हैं। टिकट की दावेदारी उनकी भी है लेकिन बड़े ही संयमित अंदाज में कहते हैं पार्टी टिकट देगी तो मैं चुनाव अवश्य ले लूंगा मैं पार्टी के लिए काम करता हूं और काम करता रहूंगा।
बाईट दिनेशानंद गोस्वामी टिकट के दावेदार भाजपा नेता

इधर पिछले दिनों हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्यासी विद्युत वरण महैतो को बहरागोड़ा से 31वोट से बढ़त मिली है।

जमशेदपुर लोकसभा के सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा है कि पार्टी ने जो टारगेट दिया है उसे पूरा करना है कोई रिस्क नही लिया जाएगा उन्होंने कहा है कि कोल्हान के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा और सरयू राय के साथ बैठक कर जो बेहतर होगा उसके लिए प्रयास करेंगे।
बाईट विद्युत वरण महतो लोकसभा सांसद भाजपा जमशेदपुर।

कहा जा सकता है कि एक म्यान में तीन तलवार कैसे रहेगा इसका फैसला शीर्ष नेताओं पर टिकी हुई है भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने साफ तौर पर कहा है कि परफॉर्मेंस और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट दी जाएगी क्योंकि भाजपा में बिना शर्त दूसरे दल के लोगों को शामिल कराया जाता है।
बाईट लक्ष्मण गिलुवा प्रदेश अध्यक्ष भाजपा


Conclusion:बहरहाल बहरागोड़ा विधानसभा से टिकट किसे मिलेगा यह भविष्य के गर्भ में है लेकिन दूसरे दल से भाजपा में आने के बाद कुणाल षाड़ंगी को टिकट मिलने टिकट की दावेदारी करने वाले नेता बागी होंगे इससे इनकार नहीं किया जा सकता जबकि महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा अपने इस नए प्रयोग का परिणाम बखूबी देख चुकी है ।

एक नज़र बहरागोड़ा विधान सभा पर
2000 में क्षेत्र के भाजपा विधायक दिनेश षाड़ंगी
2005 में क्षेत्र के भाजपा विधायक दिनेश षाड़ंगी थे

2009 में क्षेत्र के जेएमएम विधायक विद्युत वरण महतो थे
2014 में जेएमएम प्रत्यासी कुणाल षाड़ंगी ने 15 हज़ार मतों से भाजपा प्रत्यासी दिनेशाननंद गोस्वामी को हराया था और पहली बार विधायक बने।

बहरागोड़ा
आबादी लगभग 3 लाख के करीब
महिला आबादी ज़्यादा है।
593 गांव
50 पंचायत
214 बूथ
पुरुष मतदाता की संख्या 112600
महिला मतदाता की संख्या 108336
Last Updated : Oct 31, 2019, 5:02 PM IST
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